उदयपुर। भारतीय जनता पार्टी से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार शाम यहां गांधी ग्राउंड में होने वाली सभा में बाहर से आने वाले श्रोताओं को कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। यह दूरी तीन किलोमीटर से लगाकर २० किलोमीटर तक होगी।
मोदी की रैली को लेकर प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर यातायात में, जो भारी फेरबदल किया है, वह ग्र्रामीण क्षेत्र से लाए जाने वाले लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बनने वाला है। पुलिस के यातायात विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मोदी की रैली में भाजपा द्वारा लाए जाने वाले वाहनों की पार्किंग के लिए स्थान तय कर दिए गए हैं, जिनका कड़ाई से पालन करवाया जाएगा। डबोक की तरफ से आने वाले वाहनों को प्रतापनगर चौराहे पर रोक दिया जाएगा, जो सभास्थल से करीब आठ किलोमीटर दूर है।
सभा के बाद श्रोताओं को फिर से पैदल ही पार्किंग स्थल पहुंचना होगा। इस प्रकार आना-जाना करीब १६ किलोमीटर होगा। इसी प्रकार खेरवाड़ा की तरफ से आने-वाले वाहनों को गोवर्धनविलास पर रोक दिया जाएगा, जो सभा स्थल से कम से कम १० किलोमीटर दूर है। इन ग्रामीणों को आने-जाने में २० किलोमीटर की पद यात्रा करनी होगी। सेवाश्रम तक पहुंचने वाले वाहनों के यात्रियों को करीब आठ किलोमीटर पैदल आना जाना पड़ेगा। इसी प्रकार नाथद्वारा की तरफ से आने वाले वाहनों को मार्बल चौराहे पर ही रोक दिया जाएगा, जहां से लोगों को पांच किलोमीटर की पदयात्रा करनी होगी, जो लौटते समय १० किलोमीटर हो जाएगी। सबसे कम पदयात्रा झाड़ोल की तरफ से आने वालों को करनी पड़ेगी। इधर, से आने वाले वाहनों की पार्किंग महाकाल मंदिर परिसर और रानी रोड़ पर की गई है, जो सभास्थल से मात्र डेढ़ किलोमीटर ही है। इन्हे मात्र 3 किलोमीटर ही आना-जाना होगा।
सलूंबर से आने वाले वाहन सवीना चौराहे पर रोके जाएंगे, जहां से श्रोताओं को सभास्थल तक आने जाने में कम से कम १६ किलोमीटर का फासला तय करना होगा। आरोप है कि यातायात विभाग द्वारा इससे पहले कभी भी इतनी दूरी पर पार्किंग स्थल नहीं बनाए गए। ऐसा पहली बार हुआ है। ये व्यवस्थाएं मोदी की सभा में आने वालों को परेशान करने के लिए साजिश पूर्वक की गई है।