उदयपुर। दिल्ली के हरियाणा भवन में राजस्थान विधानसभा की सीटों के लिए गठित स्क्रीनिंग कमेटी ने सौ सीटों पर फाइनल चर्चा कर ली है, जबकि सौ सीटों पर आज शाम तक चर्चा हो जाएगी। सूत्रों के अनुसार अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि कितने वर्तमान विधायकों के टिकट कटेंगे, क्योंकि जो लोग राहुल गांधी के मापदंडों में फिट बैठते हैं। उन्हें टिकट से वंचित नहीं रखा जा सकता और जो लोग इस मापदंड को पूरा नहीं करते हैं। उनके बारे में गहनता से विचार किया जाना है। राहुल गांधी के मापदंड के अनुसार 10,000 से कम मतों से विजय होने वाले वर्तमान विधायक को दोबारा टिकट नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही जिन विधायकों को कम मतदान वाले विधानसभा क्षेत्र में तीस प्रतिशत मत मिले हैं, तो वहां पर भी विधायक को दोबारा टिकट नहीं दिया जाएगा। स्क्रीनिंग कमेटी के विचार-विमर्श के बाद अब यह सामने आया है कि राहुल गांधी के मापदंड का बहुत सख्ती से पालन नहीं किया गया है।
सूत्रों के अनुसार कुछ विधायकों के नाम स्क्रीनिंग कमेटी ने पहले ही काट दिए है। इन सीटों पर कमेटी द्वारा सीधा निर्णय नहीं लिया जाएगा। जिसकी बैठक 28 अक्टूबर को होने की संभावना है, तब स्क्रीनिंग कमेटी विभिन्न पर्यवेक्षकों की सिफारिश, पार्टी जनों द्वारा कराए गए सर्वेक्षण तथा एजेंसियों द्वारा किए गए सर्वेक्षणों तथा मोतीलाल वोरा द्वारा कराई गई सर्वे रिपोर्ट के साथ बैठेगी। पार्टी ने उन विधायकों की भी सूची बनाई है, जिनका अपराधिक रिकोर्ड रहा है। इस सूची में करीब 22 विधायक है, जिन पर राजनैतिक मुकदमें चल रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कुछ मंत्री भी निशाने पर है। जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं या फिर जिनकी वजह से पार्टी की छवि बिगड़ी है। स्क्रीनिंग कमेटी ने यह भी ख्याल रखा है कि कौन प्रत्याशी मुख्यमंत्री का करीबी है और कौन सा विरोधी गुट में शामिल है।