उदयपुर। शहर पुलिस की सांठ-गांठ से कई भूमाफिया फल-फूल रहे हैं। हालांकि पुलिस की लिस्ट में ३६ भूमाफियाओं के ही नाम हैं। इस सूची में उन बड़े
भूमाफियाओं के नाम नहीं है, जो इनको क्रप्यादेञ्ज के रूप में काम में ले रहे हैं। शहर में आसानी से रुपया कमाने के लिए भोले-भाले लोगों की बेशकीमती
जमीनों को ये लोग जालसाजी करके हड़प लेते हैं। मामला पुलिस में जाता है, लेकिन मिलीभगत के कारण पुलिस पीडि़तों की बजाए भूमाफियाओं के हक में
मामले निस्तारित करवा देती है।
यह है शहर के भूमाफिया : अंबामाता थाने के भूमाफियाओं में गोवर्धनविलास निवासी अजय उर्फ अज्जू, अंबामाता निवासी अशोकसिंह, गजेंद्र चौधरी,
जावेद उर्फ दांतला, सोहनसिंह, सुनील उर्फ बंटू हरिजन, मल्लातलाई निवासी असलम, गांधीनगर निवासी दिलीप ढोली, अंबावगढ़ कच्चीबस्ती निवासी हनीफ
उर्फ मामू, सहेलीनगर निवासी कन्हैयालाल, बड़ी निवासी सुदेश सुथार, खारोल कॉलोनी निवासी नारायण खारोल, मल्लातलाई निवासी निजामुद्दीन,
फतहपुरा निवासी प्रवीण वसीटा, चिकलवास निवासी शक्तिसिंह, मल्लातलाई निवासी शराफत, मल्लातलाई निवासी विक्रम कुमार हरिजन शामिल है। इसी
प्रकार सुखेर थाने के भूमाफियाओं में डूंगरलाल, पुलां निवासी हीरालाल डांगी, बेदला निवासी जमनालाल डांगी, भुवाणा निवासी कमलेश गिरी, कैलाशपुरी
निवासी कन्हैयालाल उर्फ काना, सुखेर निवासी निरंजन शर्मा, ओरियों का गुड़ा निवासी प्रभुलाल गायरी, बेदला निवासी विक्रमसिंह उर्फ विक्की शामिल है।
इसी प्रकार प्रतापनगर थाने के भूमाफियाओं में कानपुर निवासी गेहरीलाल डांगी, मठमादड़ी निवासी तेजशंकर, खेमपुरा निवासी कुलदीप त्रिवेदी, सुंदरवास
निवासी मनीष पोखरना, पुरोहितों की मादड़ी स्थित यूआईटी कॉलोनी निवासी कालू हरिजन शामिल है। हिरणमगरी के सविना निवासी कालूलाल जैन,
हिरणमगरी निवासी महेशचंद्र खटीक है। धानमंडी थाने का भूमाफिया मोहम्मद आजम, हाथीपोल थाने का संतोष खटीक और घंटाघर थाने का सिलावटवाड़ी
निवासी रसीद खा सहित ३६ भूमाफिया पुलिस की लिस्ट में शामिल है।
खुद को कहते हैं जमीन के डॉक्टर
इनमें से कुछ भूमाफिया तो स्वयं को जमीनों का डॉक्टर तक मानते हैं। ये लोग जमीनों के कागजों में हेर-फेर करने में इतने क्रउस्तादञ्ज हैं कि इनके द्वारा की
गई जालसाजी को कोई पकड़ नहीं सकता। अधिकतर भूमाफिया पुलिस के साथ मिलकर षडयंत्र रचते हैं। इस कारण इनका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता
है। शहर में सर्वाधिक भूमाफिया अंबामाता और सुखेर थाना क्षेत्र में सक्रिय है, जो बिलानाम, गैर खातेदारी और चरनोट की जमीन पर कब्जा करवाकर फर्जी
पट्टे बनाने के साथ ही भोले-भाले किसानों-गमेतियों आदि की जमीनों को फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करवा कर खूब मालामाल हो रहे हैं।
is se jyada kalam ki taaqat kise kahenge jo aapne sab 36 bhu mafia ki list bhi expose kar di.ye bahut badi baat he.kisi bhi print media me bhi wo himmat nahi he jo aapne e media me kar di.i salute it
Akhtar khan, udaipurpost . Narishvar Rao , Madadgar . Do dabang Sher jab ek sath ho to kisi kinkya majal jo Bach jaye dono dabang bhaiyon ko humara salam he .
Aajam . Aslam. Nijam. Dilip dholi jese gundo ko humare shahar ke in dabango ne benaqab kiya aur usi dabangai se likh diya ye fined he jinki wajah se shahar pareshan ne .
Dono pathan aur Rao bhai ko mera naman
Ye he bebak patrkaritA. Seluait he bhaiyo