अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल कीमतों में आई गिरावट और डालर के मुकाबले रूपए के मजबूत होने के मद्देनजर तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल की कीमतों में 3.05 रूपए प्रति लीटर की (वैट अतिरिक्त) कमी करने की घोषणा की है लेकिन डीजल के दामों में पचास पैसे प्रति लीटर की वृदि्ध की गई है। नई दरें सोमवार मध्यरात्रि से लागू हो गई।
पिछले पांच माह के बाद पहली बार कमी –
पिछले पांच माह के बाद पेट्रोल की कीमतों में पहली बार कमी की गई है। पेट्रोल की कीमतों में पिछले पांच साल के बाद एक बार में यह सबसे अधिक कमी की गई है। इसी वर्ष एक मई को कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में तीन रूपए प्रति लीटर की कमी थी जो पिछले पांच वर्ष के दौरान सबसे अधिक थी। मई के बाद से तेल कंपनियों ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेजी और डालर की तुलना में रूपए के गिरने के कारण पेट्रोल के दामों में कुल मिलाकर 10.80 रूपए प्रति लीटर (वैट अतिरिक्त) बढ़ाए थे।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में आई कमी, रूपया भी हुआ मजबूत –
तेल विपणन क्षेत्र की अग्रणी कंपनी इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) ने पेट्रोल के दाम घटाते हुए कहा है कि पिछले एक पखवाड़े के दौरान अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मोटर स्प्रिट के दाम 117 डालर प्रति बैरल से घटकर 113 डालर प्रति बैरल रह गए। इस दौरान डालर के मुकाबले रूपया भी मजबूत हुआ और विनिमय दर 66 रूपए से गिरकर करीब 63 रूपए रह गई। इसकी वजह से तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल के दाम घटाने की स्थिति में आई हैं। सरकार ने जून 2010 में पेट्रोल को सरकारी मूल्य नियंत्रण से अलग कर दिया था और इसके बाद से हर पखवाडे तेल कंपनियां विदेशी कीमतों के आधार पर घट-बढ़ कर रही हैं।
डीजल के दाम हर माह हो रहे हैं संशोधित –
डीजल पर अंडर रिकवरी को देखते हुए सरकार ने इसी वर्ष 17 जनवरी को कंपनियों को इसके दाम में 50 पैसे प्रति लीटर तक बढ़ोतरी करने की छूट दी थी। इसके बाद कंपनियां हर माह डीजल के दाम संशोधित कर रही हैं। इंडियन आयल का कहना है कि डीजल पर अंडर रिकवरी अभी भी 10.52 रूपए प्रति लीटर है। इसके अलावा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए बेचे जाने वाले मिट्टी तेल पर प्रति लीटर 38.32 रूपए की अंडर रिकवरी है। रसोई गैस के 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर पर 532.50 रूपए प्रति सिलेंडर का नुकसान है।