मिराज समूह के सभी ठिकानों पर आयकर विभाग छापा
उदयपुर। तंबाकू और रियल स्टेट के बड़े व्यवसायी मदन पालीवाल के मिराज़ समूह पर देश में लगभग सभी ठिकानों पर आयकर विभाग ने एक साथ छापामार कार्रवाई करते हुए प्रदेश की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया हैं, जिसमें 129.41 करोड़ रूपए की अघोषित आय का खुलासा हुआ। बुधवार से चल रही छापे की कार्रवाई में आयकर विभाग के करीब 100 अधिकारियों ने मिराज के 23 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई को अंजाम दिया। मिराज से जुड़े सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर एक साथ कारवाई की गई, जिसमें नाथद्वारा, उदयपुर, मुंबई, पुणे और अहमदाबाद के सभी ठिकानों पर लगातार तीन दिन तक लगातार आयकर विभाग की कार्रवाई चली।
अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई:
इनकमटेक्स अधिकारियों का मानना है कि यह प्रदेश की अब तक की सबसे बड़ी कारवाई है। जिसमें इतनी बड़ी अघोषित आय सामने आई है। शुक्रवार को खत्म हुई कार्रवाई के बाद इनकमटेक्स विभाग द्वारा बताया गया कि 10 करोड़ 40 लाख की नगदी जब्त की गई, जिसमें नाथद्वारा से 6.5 करोड़ और मुंबई से 3.90 करोड़ की नगदी जब्त की गई। इसके अलावा कई ऐसे दस्तावेज जब्त किए गए, जिससे मिराज समूह की कुल 129. 41 करोड़ की अधोषित आय का खुलासा हुआ।
100 अधिकारियों ने दिया अंजाम:
जयपुर के डायरेक्टर जनरल ऑफ इनकमटेक्स राजकुमार और डायरेक्टर सुनील माथुर के दिशा-निर्देश पर एडिशनल डायरेक्टर अवधेश कुमार व असिस्टेंड डायरेक्टर करणीदान ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इसमें जोधपुर की अन्वेषण शाखा भी शामिल थी, जिसमें करीब 100 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम 30 पुलिस जवानों सहित देश के सभी मिराज के 23 प्रतिष्ठानों कार्यालयों पर बुधवार को सुबह एक ही समय में एक ही साथ छापे डाले गए।
गोपनीय तरीके से अंजाम दिया:
सूत्रों के अनुसार पिछले सालभर में मिराज समूह द्वारा मुंबई उदयपुर नाथद्वारा और पुणे में कई आवासीय कॉम्पलैक्स व लक्जरी अपार्टमेंट का निर्माण और शिलान्यास शुरू किया था। आयकर विभाग के पास आयकर चोरी की व संपत्ति छुपाने की लगातार रिपोर्ट आ रही थी। सूत्रों ने बताया की कार्रवाई आठ माह पहले ही अंजाम दे दी जाती, लेकिन समूह के मालिक मदन पालीवाल के रसूख के चलते ऐसा संभव नहीं हो रहा था। बुधवार को हुई कारवाई भी पूरी तरह गोपनीय थी। यहां तक की सभी टीमों को संबंधित शहर में भेजने के बाद भी नहीं बताया गया कि कहां और किस पर कारवाई करनी है। आखरी 15 मिनट में सबको बताया गया कि उन्हें किसके कार्यालय या निवास पर छापा मारना है।
तम्बाकू से मनोरंजन तक:
मिराज़ समूह पहले सिर्फ तम्बाकू व्यवसायी के नाम से ही जाने जाते थे, लेकिन अब समूह ने रियल स्टेट, होटल निर्माण, पीवीसी पाइप निर्माण, फिल्म निर्माण से जुड़ गया है। समूह के मालिक मदन पालीवाल के स्थानीय बड़े राजनेताओं से भी घनिष्ठ रिश्ते हैं। इसीलिए स्थानीय अधिकारी भी जयपुर का हवाला देते रहे और कुछ खुल कर बोल नहीं पाए।
मिराज़ के मदन पालीवाल के ठिकानों से करोड़ों की आय उजागर
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