उदयपुर। अब दिन में आकाश गंगा के नजारे और खगोलीय घटनाओं को देखा जा सकेगा। इसके लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) में जनजाति क्षेत्रीय विकास के सहयोग से 5 लाख रुपए की लागत से पोर्टेबल तारा मंडल बैलून लगाया गया है।
इससे खगोलीय घटनाओं में रुचि रखने वाले छात्र और पर्यटक बैलून में बैठकर दिन में रात को आकाश में होने वाले नजारे को देख पाएंगे। केंद्र के क्षेत्रीय अधिकारी मनीष जैन ने बताया कि पोर्टेबल तारा मंडल की सुविधा प्रदेश में उदयपुर के अलावा जयपुर, जोधपुर, कोटा मुख्यालयों में है। साइंस पार्क के उद्घाटन के साथ ही इसकी शुरुआत जल्द की जाएगी।
क्या है पोर्टेबल तारा मंडल
नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस एंड म्यूजियम कोलकाता द्वारा निर्मित पोर्टेबल तारा मंडल एक बैलून है जिसे हवा के माध्यम से फुलाकर 25 लोगों के बैठने के लिए तैयार किया जाता है। इसमें लगे प्रोजेक्टर के माध्यम से आकाश गंगा का नजारा दिखाया जाता है।
यह देखा जा सकेगा
आकाश गंगा का नजारा। ञ्च ग्रह नक्षत्रों की स्थिति व उनकी जानकारी। ञ्च सूर्य की समयानुसार स्थिति का नजारा। ञ्च चंद्रमा की अलग-अलग स्थितियां। ञ्च सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण की जानकारी। ञ्च शुक्र पारगमन के साथ खगोलीय घटनाएं।
पोर्टेबल तारामंडल का लाभ
पोर्टेबल तारामंडल होने से यह किसी भी स्कूल, कॉलेज, साइंस फेयर, संस्थान आदि में ले जाया सकेगा। इससे मौके पर ही विद्यार्थियों को आकाश तथा वहां होने वाली घटनाओं के बारे में जानकारी दी जा सकेगी। मूवेबल होने से इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सकेगा।
॥पोर्टेबल तारा मंडल बैलून विद्यार्थियों के साथ-साथ विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। इसके उपयोग से विद्यार्थी आकाश में होने वाली खगोलीय गतिविधियों से अवगत होंगे।
– मनीष जैन, क्षेत्रीय अधिकारी, डीएसटी, उदयपुर