शास्त्रीय व लोक कला से तरंगित होगा पिछोला
उदयपुर, 22 अगस्त। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से उदयपुर में पर्यटन के प्रमुख केन्द्र गणगौर घाट पर आगामी 24 व 25 अगस्त को शास्त्रीय व लोक कला पर आधारित सांस्कृतिक संध्या ‘‘मल्हार’’ का आयोजन किया जायेगा। इस आयेजन में शास्त्रीय संगीत, नृत्य व लोक नृत्य प्रमुख आकर्षण होगा।
केन्द्र निदेशक श्री शैलेन्द्र दशोरा ने इस आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि चैत्र मास में गणगौर पर्व के लिये प्रसिद्ध गणगौर घाट उदयपुर में आस्था का केन्द्र रहा है वहीं देश विदेश से आने वाले सैलानी यहां से झील के अद्भुत नजारे का लुत्फ उठाते हैं। सांस्कृतिक महत्व वाले इस घाट पर केन्द्र द्वारा संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली तथा कला एवं संस्कृति निदेशालय गोवा सरकार के सहयोग से दो दिवसीय सांस्कृतिक पर्व ‘‘मल्हार’’ का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि लोक एवं शास्त्रीय कलाओं को बढ़ावा देने तथा कलाकारों को कला प्रदर्शन का अवसर सुलभ करवाने के ध्येय से आयोजित इस कार्यक्रम के पहले दिन शनिवार 24 अगस्त को गोवा के कला एवं संस्कृति निदेशालय द्वारा प्रायोजित गोवा के कलाकारों द्वारा सितार वादन, जयपुर की ख्याति प्राप्त नृत्यांगना रेखा ठाकर व उनके दल द्वारा कत्थक तथा उत्तर प्रदेश के अशोक शर्मा व उनके दल द्वारा प्रसिद्ध मयूर नृत्य प्रदर्शित किया जायेगा।
समारोह के दूसरे दिन गोवा की युवा गायिका प्राची जाठर द्वारा गायन प्रस्तुत किया जायेगा इसके उपरान्त कत्थक व मयूर नृत्य की प्रस्तुति होगी। श्री दशोरा ने बताया कि इस आयोजन में दर्शकों के लिये प्रवेश निःशुल्क होगा।