उदयपुर/चित्तौडग़ढ़। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा ५० हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किए गए कानोड़ थाने के कांस्टेबल ने उदयपुर के एएसपी लेवल के अधिकारी के कहने पर रिश्वत लेना कबूला है। उक्त कांस्टेबल को एसीबी की चित्तौड़ टीम ने मंगलवार को डूंगला पेट्रोल पंप से गिरफ्तार किया था। हालांकि एसीबी अधिकारियों ने जांच का बहाना बताते हुए अभी एएसपी के नाम का खुलासा नहीं किया है।
चित्तौडग़ढ़ ब्यूरो कार्यालय में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूपेंद्रसिंह चूंडावत के समक्ष 11 मई को उदयपुर निवासी गिरिराज जाट ने शिकायत की थी कि उदयपुर में उसके एक परिचित का गुजरात जा रहा शराब से भरा ट्रक आठ मई को कानोड़ थाने में कार्यरत सिपाही सूरतगढ़ (झुंझनंू) थानान्तर्गत नेतराम की ढाणी निवासी अनिल चौधरी पुत्र हवासिंह जाट ने पकड़ लिया था। उसने ट्रक छोडऩे के नाम पर तीन लाख रूपए मांगे। गोपनीय सत्यापन के दौरान रिकॉर्डिंग के समय पहली किस्त के रूप में एक लाख रूपए कांस्टेबल को थमा दिए गए। इसके बाद अनिल बाहर चला गया। वह सोमवार को ही लौटा। शिकायतकर्ता ने अनिल को शेष राशि डूंगला स्थित एक पेट्रोलपंप पर लेने के लिए बुलाया।
एएसपी चूंडावत के निर्देश पर सीआई जयमलसिंह, सिपाही रमेश, भंवरसिंह, नारायण, दलपतसिंह, श्यामलाल की टीम ने वहां जैसे ही अनिल को ५० हजार रूपए की राशि दी। ब्यूरो टीम ने उसे दबोच लिया व उसे चित्तौडग़ढ़ ले गई। शिकायत में रिश्वत की राशि कांस्टेबल द्वारा उदयपुर के एएसपी लेवल के अधिकारी के नाम पर लेना बताया है। चूंडावत ने बताया कि अनिल ने मंगलवाड़ फोरलेन से यह ट्रक पकड़ा था।
:गिरफ्तार कांस्टेबल ने उक्त रिश्वत राशि उच्चाधिकारी के कहने पर लेना कबूल किया है। अभी तक उच्चाधिकारी का नाम उजागर नहीं हुआ है। कांस्टेबल को आज न्यायालय में पेश करके रिमांड मांगा जाएगा। उसके बाद ही उच्चाधिकारी के नाम का खुलासा होगा।
–भूपेंद्रसिंह चूंडावत, एएसपी, एसीबी चित्तौडग़ढ़
एएसपी का गुर्गा है कांस्टेबल अनिल!
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