उदयपुर,मोहन ललाल सुखाडिया वि.वि. में पीछे १५ से २० वर्ष से संविदा पर सेवा देने वाले शैक्षिणिक व् गेर शैक्षणिक कर्मचारी व् चतुर्थ श्रेणी कर्म चारियों को सेवा से हटाये जाने पर विश्व विद्यालय के सहायक व् शैक्षणिक कर्म चारियों ने मंगल वार को वि.वि. के प्रशाशनिक भवन के गेट पर धरना प्रदर्शन किया ।
सुविवि कर्मचारी संघ के अध्यक्ष भरत व्यास ने कहा कि लंबे समय से विश्वविद्यालय में कनिष्ठ लिपिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवाओं से हटाया जाना अनुचित है। पंद्रह से बीस वर्षों से कार्यरत कर्मचारी जिनके परिवार का भरण पोषण विश्वविद्यालय की मामूली पगार से चल रहा है उसे सेवा से हटाया जाना अमानवीय कृत्य है।
सरकार एक ओर जहां लंबे समय से संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों को नियमित कर रही है वहीं विवि प्रशासन इस दिशा में लंबे समय तक सेवा देने वाले कर्मचारियों को बेदखल करने पर तुला है।
कर्मचारी संघ की महामंत्री हंसा हिंगड़ ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को चाहिए कि ऐसे कर्मचारियों को हटाए जाने के बजाए प्राथमिकता के आधार पर नियमित किया जाए।
आंदोलन की राह पर उतरे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने कहा कि अब हम कहां जाए? विवि से बेदखल किए गए सहायक शैक्षणेत्तर कर्मचारी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के समर्थन में स्थायी कर्मचारियों ने आंदोलन में भाग लेकर कामकाज का बहिष्कार किया।