उदयपुर। दूध हमारे खान-पान का अहम् हिस्सा है। हर कोई दूध का इस्तेमाल प्रतिदिन करता है। मां अपने बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए उसे दूध पिलाती है, लेकिन ये किसको मालूम की दूध वाले भैय्या दूध में ऐसे कैमिकल्स मिला रहे हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। स्वास्थ्य विभाग को लगातार दूध में मिलावट की शिकायते मिल रही है। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। हालांकि राज्य सरकार द्वारा खाद्य सुरक्षा एक्ट में संशोधन कर कई फरमान जारी किए गए हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उस पर सख्ती से काम करते नजर नहीं आ रहे हैं।
लगातार आ रही है शिकायत : शहर के कई लोगों द्वारा मिलावटखोरी, विशेषकर दूध में मिलावट की शिकायतें लगातार मिल रही है स्वास्थ्य विभाग में शिकायतें की गई है, लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है।
इस तरह करते हंै मिलावट : आमतौर पर दूध में सबसे ज्यादा वॉशिंग सोडा की मिलावट की जाती है, जो दूध के साथ ही अन्य उत्पादों में भी मिलाया जाता है। इसके अलावा दूध मालिक दूध को स्टोर करने के लिए कई केमिकल्स का उपयोग करते हैं। इससे अगले दिन दूध का इस्तेमाल करने पर भी वह फटता नहीं है। इस तरह की मिलावट करके दूध वाले लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
विभाग चाहे तो हो सकती है कार्रवाई : यदि मिलावटखोरी के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कार्रवाई करना चाहते हैं, तो खाद्य सुरक्षा एक्ट के तहत बहुत सारे नियम और अधिकारी उन्हें प्राप्त है, जिनके तहत कार्रवाई की जा सकती है और मिलावट में कमी आ सकती है, साथ ही विभाग दूध वाले डीलर या विक्रेता को आईडी कार्ड भी जारी कर सकता है। जिससे शिकायत आने पर शीघ्र उसे पकड़ा जा जा सके तथा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सके।
॥विभाग द्वारा उन्हें आईडी कार्ड प्रदान किया जा रहा है। जिनके पास कार्ड नहीं है, उन्हें अगले फरवरी माह तक रजिस्ट्रेशन करवाने की हिदायत दी हुई है। उसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-अनिल भारद्वाज, फूड इंस्पेक्टर, उदयपुर