उदयपुर। देबारी में आज सुबह एक ओवरलोड मिनी बस टायर फटने के कारण पलट गई। इस हादसे में बस की छत पर बैठे ११ यात्री घायल हो गए। ग्रामीण इलाकों में आए दिन ओवरलोड बसों को संचालन जिला प्रशासन और परिवहन विभाग की जानकारी में हो रहा है, लेकिन कार्रवाई के अभाव में ओवरलोड बसों से हादसे हो रहे हैं, जिससे लोगों की जानें जा रही है। दूसरी तरफ जब जिला परिवहन अधिकारी से पूछा गया कि ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है, तो वो सीधा झूठ बोलते हुए कह रहे हैं कि रोजाना सुबह और शाम को कार्रवाई की जाती है।
सूत्रों के अनुसार मोड़ी-बाठेड़ा से आज सुबह साढ़े आठ बजे एक मिनी बस ओवरलोड होकर आ रही थी। देबारी के निकट बस का टायर फट गया। इससे बस पलट गई। बस की छत पर ११ यात्री सवार थे, जो नीचे गिरकर घायल हो गए। सूचना मिलने प्रतापनगर पुलिस मौके पर पहुंची, जिन्होंने घायल यात्रियों को अन्य वाहनों से एमबी अस्पताल पहुंचाया। घायलों में मांगीलाल, पप्पू, पूरण, परथा, शत्रु, केशु, लालू, सुखलाल, उदयलाल और मांगीलाल है। इनमें से तीन जनों को गंभीर चोटें लगने के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया है। इस २२ सीटर मिनी बस में ६० यात्री सवार थे।
खुली कार्रवाई की पोल
परिवहन विभाग द्वारा ओवर लोड बसों पर कार्रवाई और ग्रामीण बस सेवा के लिए ज्यादा से ज्यादा परमिट देने जैसे दावों की पोल ओवरलोड बसों के आए दिन हो रहे एक्सीडेंट से खुल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही बसों का फिटनेस भी नहीं है। परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते ग्रामीण रूटों पर टूटी-फूटी बसों का संचालन हो रहा है।
परिवहन अधिकारी का झूठ
जिला परिवहन अधिकारी जितेंद्रसिंह ने बताया कि परिवहन विभाग दो तरह कि कार्रवाई करता है। एक तो ओवरलोड बसों की चैकिंग करके चालान बनाना और दूसरा ग्रामीण बस सेवा को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण रूट पर ज्यादा से ज्यादा परमिट जारी करना। अभी तक कितने परमिट जारी किए गए हैं। इसकी जानकारी दस्तावेज देखकर ही बताई जा सकती है। आज हुए हादसे की मैं जांच करवाता हूं।