नई दिल्ली। आम का मौसम आ गया है, देश भर के बाजारों में आम बिक रहे हैं, आपका भी मन करता होगा कि आप भी इस खास फल का स्वाद लें, लेकिन सावधान! यदि आम पीला और रस भरा है, तो उसे नहीं खरीदें तो बेहतर है। इसमें आर्सेनिक और फॉसफोरस हो सकता है, जो आपके शरीर में कैंसर को जन्म दे सकता है।
यह चेतावनी जारी की है चेन्नई के कृषि वैज्ञानिक वी अरुण ने। टीओआई से बातचीत में डा. वरुण ने कहा कि इस समय जो आम बाजार में बिक रहे हैं, वो डाल से गिरे हुए कच्चे आम हैं, जिन्हें पाल में रख कर पकाया गया है। आम को पकाने के लिये कैलशियम कार्बाइड का इस्तेमाल किया जाता है। जबकि भारतीय दंड संहिता की धारा 44ए के अंतर्गत यह रासायन प्रतिबंधित है।
चेन्नई में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने 53 दुकानों को सीज़ कर दिया, जहां करीब 2 टन ऐसे ही आम पाये गये। टीम ने करीब ढाई सौ किलो आम जब्त कर लिया और लैब को भेज दिया। साथ ही सभी फल एवं सब्जी विक्रेताओं को नोटिस जारी किया कि ऐसे आम नहीं बेचें, नहीं तो सीधे जेल हो गी।
उधर गैस्ट्रोइंट्रोलॉजिस्ट डा. जे सुकुमारन ने कहा है कि कैलशियम कार्बाइड से आम पकाने की प्रक्रिया में फॉसफोरस और आर्सेनिक बनता है, जो किडनी, हार्ट और लीवर को डैमेज कर सकता है। कैलशियम कार्बाइड मस्तिष्क और फेफड़ों के लिये भी खतरनाक है। इससे पेट का इंफेक्शन भी हो सकता है। यही नहीं अगर बीमारी गंभीर हो गई, तो कैंसर का रूप ले सकती है।