उदयपुर , एक दो तीन चार, महावीर की जय जयकार, महावीर का यह संदेश जीओ और जीने दो, जय बोलो भगवान महावीर की सरीखे जयघोषों के साथ श्रमण भगवान महावीर स्वामी के 2612वें जन्म कल्याणक महोत्सव पर महावीर जैन परिषद के तत्वावधान में शहर में मंगलवार प्रात: शोभायात्रा निकाली गई तो लेकसिटी भगवान महावीर के रंग में रंगी नजर आई। ज्यों-ज्यों भगवान महावीर के जयकारे लग रहे थे त्यों-त्यों संपूर्ण सकल जैन समाज झूमता नजर आ रहा था। कोई डांडिया रास खेलकर अपनी खुशी को प्रकट कर रहा था तो कोई जयकारों के उद्घोष का उच्चारण कर प्रफुल्लित हो रहा था।
भव्य शोभायात्रा का आगाज नगर निगम प्रांगण से प्रात: 8.30 बजे हुआ। नाई निवासी तपोनिष्ठ जीवन सिंह मेहता ने सर्वप्रथम ध्वजारोहण किया। इस दौरान जैन समाज की सभी संस्थाएं, उपनगरीय क्षेत्रों की संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे। शोभायात्रा में सबसे पहले एस्कोर्ट जीप चल रही थी तो इसके पीछे हाथी, ऊंट गाड़ी में शहनाईवादक, 31 मोटरसाइकिल सवारों की रैली, जैन पताका लिए सुसज्जित पांच घुड़सवार, जेल बैण्ड, जैन प्रतीक, सप्तकिरण रथ चल रहा था। इनके पीछे बीसा नरसिंगपुरा घोष दल बैण्ड, महावीर विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थी, अग्रवाल उच्च माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थी, सुधर्मा विद्यालय अशोक नगर के विद्यार्थी, दिगम्बर जैन बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय का बालिका बैण्ड मधुर स्वर लहरियां बिखेरते चल रहा था। इससे वातावरण भक्तिमय हो गया। इनके पीछे दिगम्बर जैन बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, आदर्श बाल मंदिर, जवाहर जैन शिक्षण संस्था के विद्यार्थी जैन धर्म एवं महावीर स्वामी के नारे लगाते चल रहे थे। इनके पीछे विभिन्न संगठनों द्वारा तैयार की गई सुसज्जित 21 झांकियां चल रही थी। वहीं मूर्तिपूजक समाज का जैन नीति नवयुवक मंडल बैंड मधुर स्वरलहरियां बिखेर रहा था। इनके पीछे विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि, मंडल जयकारे लगा रहे थे। मयूर बैण्ड भगवान महावीर स्वामी की धुनें बिखेरता आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था। इसके पीछे जहां पुरुष वर्ग श्वेत वस्त्र में चल रहा था तो महिलाएं अपने पारंपरिक वस्त्रों में अलग ही पहचान का परिचय दे रही थी। बीच में ऊंट गाड़ी में भजन मंडली और पावापुरी का रथ, फिर मयूर बैण्ड और उनके पीछे केसरिया परिधान में महिलाएं मंगल गीत और जयकारे लगाती चल रही थी।
लगाए स्वागत द्वार, किया स्वागत
शोभायात्रा टाऊन हॉल से रवाना होकर, सूरजपोल, बापू बाजार, देहलीगेट, तीज का चौक, मंडी की नाल, भड़भुजा घाटी, सर्राफा बाजार, घंटाघर, मोती चौहट्टा, मालदास स्ट्रीट, बड़ा बाजार, सिंधी बाजार होते हुए पंचायती नोहरे में पहुंची, जहां पर सभी को प्रभावनाएं वितरित की गई। शोभायात्रा मार्ग में जगह-जगह स्वागत द्वार लगाकर उसकी अगवानी की गई। साथ ही विभिन्न संगठनों की ओर से शीतल पेय, फल, बिस्किट आदि सामग्री लोगों को वितरित की जा रही थी।
कन्या भू्रण हत्या व नशा मुक्ति का संदेश
शोभायात्रा में शामिल झांकियों में अधिकांश कन्या भू्रण हत्या व नशा मुक्ति के संदेशों को प्रसारित कर रही थी। तख्तियों पर कन्या नहीं होगी तो बहू कहां से लाओगे, नारी जग की जननी है, कन्या भू्रण हत्या महापाप है आदि स्लोगन लोगों को सोचने का विवश कर रहे थे। वहीं अन्य झांकियों में मानव समाज के ज्वलंत मुद्दे, महावीर के सिद्धान्तों, सेवा प्रकल्प, पर्यावरण, सामाजिक कुरीतियों को त्यागने के संदेश दे रही थी। नारायण सेवा संस्थान की एक झांकी में तो स्वयं संस्थापक कैलाश मानव बैठे हुए थे जो अपने विचारों से लोगों तक संदेश पहुंचा रहे थे। यह 21 सजीव झांकियां शहरवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी। झांकियों के संयोजक चौसरलाल कच्छारा एवं प्रणिता तलेसरा ने बताया कि सर्वश्रेष्ठ झांकी रहने वाली प्रथम झांकी को 11 हजार, दूसरे व तीसरे स्थान पर रहने वाली झांकी को क्रमश: सात व पांच हजार रूपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
महापौर ने खेला डांडिया
शोभायात्रा में शामिल नगर निगम की महापौर श्रीमती रजनी डांगी उल्लासित नजर आई। उन्होंने न केवल महिलाओं के साथ डांडिया खेला बल्कि पूरे मार्ग में भगवान महावीर के जयकारों के उद्घोषों पर स्वर से स्वर मिलाती नजर आई। वहीं जिला प्रमुख श्रीमती मधु मेहता भी महिलाओं के साथ भगवान महावीर के जयकारे लगाने में पीछे नहीं रही।
५० मिनट लगे सूरजपोल से देहलीगेट तक
शोभायात्रा में शामिल विभिन्न झांकियों और समाजजन के उल्लास का आलम यह था कि शोभायात्रा को सूरजपोल से बापू बाजार होकर देहली गेट पहुंचने में ही ५० मिनट से ज्यादा समय लग गया। बापूबाजार में सकल जैन समाज की शोभा यात्रा का बापू बाजार जैन व्यवसाय संघ की ओर से भव्य स्वागत किया गया। अध्यक्ष किरणचन्द्र लसोड़ के नेतृत्व में जैन व्यवसाय संघ के २०० जैन परिवारों के करीब एक हजार सदस्य पारम्परिक वेशभूषा में शोभायात्रा की आवाभगत में मशगूल नजर आए। इसे लेकर बापू बाजार में स्वागत द्वार भी लगाए गए।
शोभायात्रा के दौरान महावीर जैन परिषद के संयोजक राजकुमार फत्तावत एवं शोभायात्रा के संयोजक जैन जागृति सेन्टर के अध्यक्ष महेंद्र तलेसरा अपने सहयोगियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते नजर आए। वहीं पुलिस महकमे ने भी व्यवस्था को चाकचौबंद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
इससे पूर्व शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर महावीर जयंती के अवसर पर विशेष विद्युत सज्जा की गई। शास्त्री सर्कल, कोर्ट चौराहा, देहलीगेट चौराहा, चेतक चौराहा, सूरजपोल चौराहा एवं उदियापोल चौराहे पर आकर्षक सजावट की गई। सभी चौराहे महावीर जयंती की पूर्व संध्या पर आकर्षक रोशनी, चमकली फर्रियों व पर्दों से जगमगा रहे थे जो शहरवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र थे।