उदयपुर, । वसुंधरा राजे की सुराज संकल्प यात्रा को उदयपुर में समापन अवसर पर कटारिया विरोधियों को तवज्जों नहीं दी गई।
जैसा कि पुरी यात्रा में गुलाबचंद कटारिया का विरोधियों से छत्तीस का आंकडा रहा वहीं बात यात्रा के समापन अवसर पर भी दिखाई दी। कटारिया विरोधी ताराचंद गुट, धर्मनारायण जोशी समर्थक एवं महिला भाजपा नेता सुषमा कुमावत के साथ २०० महिलाएं हाथीपोल के समीप स्वागत के लिए वसुंधरा की प्रतीक्षा कर रहे थे लेकिन कारवा के आगे चलते हुए कटारिया ने वहां कारवां को रूकने ही नहीं दिया तथा सीधा स्टेडियम की ओर लेकर रवाना हो गए। इससे वहां घंटो से प्रतीक्षा कर रहे कार्यकर्ताओं ने स्वयं को उपेक्षित महसूस किया तथा सभी भ$डास निकालते देखे गए।
उपेक्षित रही किरण: डबोक से उदयपुर तक के मार्ग पर लगे बडे-बडे होर्डिंग्स में से केवल सेवाश्रम के समीप लगे होर्डिंग्स पर किरण की छवि दिखाई दी। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में भी यहां उन्हें कोई ज्यादा तवज्जों नहीं दी गई। वहीं मंच पर भी जब किरण वसुंधरा राजे के समीप बैठी थी तो वसुंधरा ने उन्हें हटाकर भाजपा के वरिष्ठ नेता भानुकुमार शास्त्री को अपने पास बैठाया। मंच पर कटारिया विरोधी गुट के किसी कार्यकर्ता एवं नेता स्वागत के लिए नहीं बुलाया गया।