राजसमंद, भारतीय जनता पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में सुराज संकल्प यात्रा का आगाज गुरुवार को राजसमंद की ऐतिहासिक तीर्थनगरी तथा भारतीय जनता पार्टी के लिए शासन का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले चारभुजानाथ स्थल से हुआ। चारभुजा कस्बे से मात्र दो किमी दूर बने पाण्डाल में एक लाख से अधिक आमजन को सम्बोधित करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुंधरा राजे ने कहा कि सुराज संकल्प यात्रा राजस्थान के मान व सम्मान बढाने के लिए की जा रही है। वहीं कांग्रेस के कुशासन से गरीब जनता को मुक्ति दिलाना इसका एकमात्र ध्येय है। उन्होंने जनता से जय-जय राजस्थान का उद्घोष कराते हुए कहा कि आगामी छह माह में कडी मेहनत और खून पसीना एक करके इस सरकार को उखाड फैंकना है।
वसुंधरा राजे ने शायराना अंदाज में कहा कि जिन मुश्किलों में मुस्कराना मना है उस मुश्किलों में मुस्कराना धर्म है। हम नये राजस्थान का संकल्प लेकर [quote_right]सुराज संकल्प यात्रा में जनसैलाब उमडा राजस्थान के हर हिस्से से कार्यकर्ता पहुंचे[/quote_right]बढेंगे। हमें कोई रोक नहीं सकता। आगामी छह माह में कई अफवाहें उडेगी। झूङ्गे केश में फंसाने की धमकियां मिलेगी। पर जनता को अफवाहों के जाल में नहीं फंसना है। मजबूती और एकजुटता के साथ हमें आगे की लडाई लडनी है। उन्होनेंं कहा कि २००३ में हमने जब सरकार संभाली थी तब राजस्थान को बीमारू प्रदेश कहा जाता था लेकिन हमने सरकार चलाई। हम राज करने नहीं आए थे। सेवा करने आए थे। हमने विकास में किसी कदर की कोई कमी नहीं रखी। मैंने पूर्व में आप द्वारा मेवाड से ओढाई गई चूनडी का मान रखा है उस पर किसी तरह का लांछन नहीं लगने नहीं दिया। आपकों नीचे देखने नहीं दिया। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कोई पूछता है कि मैं कहा हूं? कहां चली गई थी? मैं कही नहीं गई थी। जनता के बीच थी। जनता के दिलों में थी। कुशासन से पीडित जनता को सम्बल दे रही थी। उन्होंने आमजन को एक परिवार बताते हुए कहा कि मेरे खून की एक-एक बूंद का कतरा इस परिवार के लिए है। हम मर मिटेंगे पर इस परिवार पर कोई आंच नहीं आने देंगे। कांग्रेस ने कई कोशिशे ही नहीं की। वरन उनकी सारी साजिशे फेल हो गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस असभ्य भाषा पर उतर आई है। उसका जवाब मैं या पार्टी नहीं देगी। इसका जवाब यह परिवार छह माह में दे देगा। उन्होंने कहा कि जनता के साथ विश्वासघात करने वाले अब साढे चार वर्ष गुजरने के बाद नया राजस्थान बनाने की बात कर रहे है और संदेश यात्रा निकाल रहे है।
वसुंधरा राजे ने महाराणा प्रताप के शौर्य एवं बलिदान को याद करते हुए कहा कि यह मेवाड है जहंा भूखा प्यासा रह कर भी स्वाभिमान की लडाई लडी गई है। उन्होंने महिला सम्मान की बात करते हुए कहा कि मीरा की भक्ति, पन्नाधाय की स्वामीभक्ति, पदमिनी का जौहर आज भी मेवाड के कण-कण में विद्यमान है, लेकिन वर्तमान में महिलाओं का इस राज में जीना दूभर हो गया है। प्रदेश में रोज कही न कही महिला उत्पीडन की खबरे आम है। उन्होंने कहा कि जो सरकार महिलाओं, मां-बेटियों की इज्जत की रक्षा नहीं कर सकती उस सरकार को चूल्लू भर पानी में डूब जाना चािहए। उन्होंने महिलाओं के आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा कि हमनें सत्ता में आते ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई काम किए थे। उनमें पंद्रह सौ रुपए प्रतिमाह एवं ३० हजार रुपए हेल्थ के लिए दिए। इस सरकार ने उस योजना को बंद कर दिया और हाल ही में उसे नया रूप आधार स्कीम में परिवर्तित कर दिया। कांग्रेस ने व्यापारियों को भी परेशान करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी। शुद्घ के लिए युद्घ के नाम पर व्यापारियों को काफी परेशान किया गया कि सरकार खुश और जनता व व्यापारी परेशान हो गए।
वसुंधरा राजे ने कहा कि राज्य में शिक्षक, डॉक्टर, नर्स सहित कई पद रिक्त है। स्कूल में ताले, चिकित्सालय में डॉक्टर नहीं है। राज्य में ऐसे हालात उत्पन्न होने के बावजूद कांग्रेस सरकार क्या संदेश यात्रा निकाल रही है वह जगजाहिर है।
उन्होनें कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों को अनवरत २२ घंटे बिजली दी लेकिन इस सरकार ने सत्ता संभालने के मात्र पांच दिन बाद किसानों को बिजली के लिए रूलाना शुरू कर दिया। वहीं बिजली के दाम भी बढा दिए। बिजली का उत्पादन तो नहीं बढाया इस सरकार ने जो बढा हुआ था वह भी घटा दिया।
गुर्जरों के आरक्षण आंदोलन पर बोलते हए उन्होंने कहा कि गुर्जरों समेत राज्य की पांच पिछडी जातियों को आरक्षण देने के लिए संविधान की नौवीं अनुसूचि में डालने को लेकर उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में सभी तैयारियां कर ली थी, लेकिन जातियों को नौवीं अनुसूचि में डालने का कार्य केन्द्र सरकार ही कर सकती है, जो उनके बस में नहीं था। उन्होंने कहा कि कडी से कडी जोडने का नारा देने वाली कांगे*स पार्टी पिछले चार साल से केन्द्र व राज्य दोनों स्थानों पर सत्ता में है। इसके बाद भी यह कार्य क्यों नहीं कर पाए।
उन्होनें जनता से कहा कि आपने कडी से कडी जोड दी लेकिन इससे बदहाल राजस्थान के लिए कोई विशेष पैकेज यह सरकार दिल्ली सरकार से नहीं ला पाई। प्रवासी राजस्थानियों को उद्योग के लिए कोई तवज्जों नहीं दी। जिससे प्रवासी सम्मेलन के बाद भी कोई प्रवासी उद्योग स्थापित करने के लिए राजी नहीं हो सका। इससे पहले प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राजसमंद विधायक श्रीमती किरण माहेश्वरी, राष्ट्रीय सचिव एवं यात्रा संयोजक भूपेन्द्र यादव, पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह राङ्गौड, राजेन्द्र राङ्गौड, डॉ. दिगम्बर सिंह, युनूस खान, भवानी सिंह राजावत, कप्तान सिंह सोलंकी, ओम माथुर, ओम बिडला, कैलाश मेघवाल, ललित किशोर चतुर्वेदी, प्रभुलाल सैनी, मानवेन्द्र सिंह, अरूण चतुर्वेदी, ओटाराम देवासी, धन सिंह रावत, हरिसिंह रावत, कल्याण सिंह चौहान, मुम्बई भाजपा अध्यक्ष राज के पुरोहित आदि ने भी सम्बोधित किया। वहीं संयोजन प्रदेश महामंत्री सतीश पूनिया ने किया।
राजे व राजनाथ ने किया सभी धर्म के संत का किया सम्मान : भगवान चारभुजानाथ के दर्शन के उपरांत सभा स्थल पर पहुंचने के बाद प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने सभी धर्म के संतों का पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त किया वहीं संतों को शॉल, इकलाई ओढाकर परम्परानुसार स्वागत किया। इस दौरान पंडित उमेश द्विवेदी के नेतृत्व में पंडितों ने मंत्रोंच्चार किया।
राजनाथ ने दिखाई झंडी : सभा के पश्चात अत्यधिक भीड होने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिंह ने वसुंधरा राजे को पार्टी का झंडा थमाते हुए औपचारिक रूप से सुराज संकल्प यात्रा का शुभारंभ किया। इसके साथ ही राजे अत्याधुनिक रथ में सवार होकर यात्रा पर चारभुजा से गोमती चौराहा होते हुए देवगढ की ओर रवाना हो गई।
श्रीचारभुजानाथ के दर्शन किए : सुराज संकल्प यात्रा को लेकर चारभुजा पहुंचने के बाद भाजपा की प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे हेलीपेड से सीधे गढबोर नगरी पहुंची। यहां पर उन्होंने अभिजीत मुहूर्त में दोपहर १२.०५ बजे श्रीचारभुजानाथजी के दर्शन किए और सुराज संकल्प यात्रा के लिए मंगल कामना की। उन्होंने मंदिर में बैङ्गकर भगवान की स्तुति की। पुजारी नाथुलाला गुर्जर व गिरधारी भाई सेवक ने चारभुजा जी की छवि, माला, उपरना एवं प्रसाद भेंट करके उनका स्वागत किया। साथ ही मस्तक पर केसर का लेप किया। इससे पूर्व हेलीपेड पर राजे का प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया, पूर्व सिंचाई राज्य मंत्री सुरेन्द्रसिंह राङ्गौड राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरण माहेश्वरी एवं पार्टी पदाधिकारियों ने स्वागत किया।
किसी ने तलवार तो किसी ने मालाओं से किया स्वागत : सभा स्थल पर भारतीय जनता युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह चौहान के नेतृत्व में कार्यकताओं ने तलवार भेंट कर प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे का स्वागत किया तो जैन समाज की ओर से ललित चोरडिया एवं विधायक किरण माहेश्वरी, गुर्जर समाज से नाथूलाल गुर्जर एवं पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह राङ्गौड ने स्वागत किया।
व्यवस्थाओं में जुटे भाजपाई : जिलाध्यक्ष नंदलाल सिंघवी, महामंत्री महेश पालीवाल, पूर्व नगरपालिकाध्यक्ष अशोक राका, श्रीकृष्ण पालीवाल, पूर्व युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सुनील जोशी, मार्बल व्यवसायी प्रकाश रांका, ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष गोपालकृष्ण पालीवाल, जवाहर जाट, पूर्व भाजयुमो अध्यक्ष महेन्द्र कोङ्गारी, प्रवक्ता किशोर गुर्जर, मधुप्रकाश लड्ढा सहित पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता विभिन्न व्यवस्थाओं में जुटे रहे।
हस्तियां हुई भाजपा में शामिल : सुराज संकल्प यात्रा के आगाज स्थल पर राज्य के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक जेपी मिश्रा, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी आरके मीणा, सीरवी समाज के अध्यक्ष तथा कानूनविद पीपी चोधरी एवं सरपंच संघ के प्रदेशाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सेङ्गियां के भाजपा में शामिल होने पर वसुंधरा राजे ने माल्यार्पण कर स्वागत किया।
मेवाड से ११ लाख की राशि भेंट: मेवाड के विधायकों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह को ११ लाख रुपए थैली भेंट की। बाद में राजनाथ सिंह ने यह थैली वसुंधरा राजे की झोली में डाली लेकिन राजे ने यह राशि प्रदेश कोषाध्यक्ष अशोक परनामी को पार्टी कोष में जमा करने के लिए दी।
वाहनों की लगी कतारें, रास्ते हुए जाम : सुराज संकल्प यात्रा को लेकर इतनी बडी संख्या में वाहन चारभुजा पहुंचे कि पार्किंग स्थल भी छोटा पड गया। वहीं चारभुजा जाने वाले मेगा हाइवे सहित छोटी-बडे रास्ते भी जाम हो गए। वाहनों के जाम को खोलने में पुलिसकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पडी। वहीं कई वाहन चालकों ने गंतव्य के लिए लम्बे रास्ते से जाने से भी नहीं चुके। विभिन्न स्थानों से चारभुजा बसों में आए लोगों को काफी दूर तक पैदल भी चलना पडा।
प्रचार सामग्री से किसी ने कार सजाई तो किसी ने स्कूटर :सुराज संकल्प यात्रा को लेकर चारभुजा पहुंचे कार्यकर्ताओं में से कपासन के डीके ने अपनी कार को पोस्टर व बैनर से सजा रखा था जो आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था वहीं भाजपा किशनपोल मण्डल के प्रचार मंत्री महेन्द्र कुमार शास्त्री ने अपने स्कूटर को भाजपाई रंग में रंगवा कर उस पर सुराज संकल्प यात्रा का प्रचार कर रहा था।