उदयपुर, महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के 32वें वार्षिक सम्मान समर्पण समारोह 2013 के अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रस्तरीय, राज्य स्तरीय अलंकरणों के लिए चयनित विभूतियों को रविवार को फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड़ ने सिटी पैलेस, उदयपुर के माणक चौक में आयोजित विशेष समारोह में अलंकृत किया। समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रकवि बालकवि बैरागी ने की।
समारोह में महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड़ ने कहा कि उनकी प्रबल आकांक्षा है कि संपूर्ण संसार में विश्व जीवंत विरासत दिवस के रूप में एक समारोह प्रतिवर्ष आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा कि मानवता की प्राचीनता अमूल्य है अत: उसे सुरक्षित बनाए रखना चाहिए।
समारोह में महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़, विजयराज कुमारी मेवाड़, लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ तथा पद्मजा कुमारी मेवाड़ सहित देशी-विदेशी मेहमान एवं शहर के गणमान्य नागरिक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
समर्पण समारोह के तहत भारत के प्रति सार्वभौम संपादित स्थायी मूल्यों की सेवाओं के उपलक्ष में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिवर्ष दिया जाने वाला कर्नल जेम्स टॉड अलंकरण मिंजा यांग को प्रदान किया गया। इस अलंकरण के तहत 111001 रूपए की राशि, रजत तोरण, शॉल एवं प्रशस्ति पत्र समर्पित किए गए।
टाईम्स नाऊ के मुख्य संपादक एवं प्रख्यात पत्रकार अरनाब गोस्वामी को राष्ट्रीय स्तर का हल्दीघाटी अलंकरण प्रदान किया गया। साम्प्रदायिक सद्भाव, देश प्रेम एवं राष्ट्रीय एकता और अखण्डता के क्षेत्र में स्थायी सेवाओं के लिए दिया जाने वाला राष्ट्रीय स्तर का हकीम खां सूर अलंकरण केन्द्रीय मंत्री एवं जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री पद रहे डॉ. फ़ारूक अब्दुल्लाह् को प्रदान किया गया। पर्यावरण संरक्षण-संवद्र्धन के क्षेत्र में की गई स्थायी मूल्य की सेवाओं के लिए महाराणा उदयसिंह अलंकरण देश की जानी-मानी पहली मिसाइल वुमेन डॉ. टेसी थॉमस एवं पुणे की पशु प्रेमी डॉ. विद्या आत्रेय को प्रदान किया गया। अपने निर्धारित दायित्व की सीमा से ऊपर उठकर किए गए कार्य के लिए दिया जाने वाला राष्ट्रीय स्तर का पन्नाधाय अलंकरण भारतीय नौसेना के शौर्य चक्र से सम्मानित कैप्टन उदय सौंधी को प्रदान किया गया। राष्ट्रीय स्तर पर दिए जाने वाले उक्त चारों अलंकरणों के तहत प्रत्येक विभूति को 51001 रूपए नकद, रजत तोरण, शॉल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट किए गए।
फाउण्डेशन द्वारा राज्य स्तर पर दिये जाने वाले अलंकरणों के अन्तर्गत इस वर्ष समाज में शैक्षिक, चारित्रिक, नैतिक, सामाजिकएवं आर्थिकउत्थान हेतु दी जाने वाली स्थायी मूल्य की सेवाओं के तहत दिया जाने वाला ‘‘महाराणा मेवाड़ सम्मान’’ मानव विज्ञान केविशिष्ट शोध क्षेत्र में अर्जित अन्तरराष्ट्रीय उपलब्धियों केसम्मान में जोधपुर निवासी डॉ. सुरेन्द्रमल मोहनोत तथा ज्योतिष कर्म क्षेत्र के समाज सेवाधर्मी जयपुर निवासी पं. पुरुषोत्तम गौड़ को, ज्योतिष, वेद एवं कर्मकाण्ड में श्रेष्ठ योगदान के लिये जयपुर के जगद्गुरू रामानन्दाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के उप-कुलपति प्रो. रामानुज देवनाथन एवं अजमेर के वयोवृद्ध पं. सत्यनारायण शास्त्री को ‘‘महर्षि हारीत राशि सम्मान’’, भारतीय संस्कृति, साहित्य व इतिहास के क्षेत्र में दिये जाने वाले ‘‘महाराणा कुम्भा सम्मान’’ के तहत इतिहास के क्षेत्र में दिल्ली में जन्मी और जयपुर में पली-बढ़ी इतिहासकार, पुरावेत्ता एवं लेखक डॉ. रीमा हुजा को इतिहास के शोधपूर्ण लेखन हेतु तथा राजस्थान के जाने माने साहित्यसृजक श्याम सुन्दर भट्ट को, ललित कला के क्षेत्र में दिया जाने वाला ‘‘महाराणा सज्जनसिंह सम्मान’’ इस वर्ष हस्तशिल्प नक्काशी को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान का नाम रोशन करने वाले जयपुर निवासी पृथ्वीराज कुमावत को प्रदान किया गया। संगीत के क्षेत्र में दिया जाने वाला ‘‘डागर घराना सम्मान’’ भारतीय शास्त्रीय संगीत की प्रथम व्यावसायिक तबला-वादक पंडिता अनुराधा पाल, आदिवासी समाज केउत्थान के लिए दिया जाने वाला ‘‘राणा पूंजा सम्मान’’ मेवाड़ की खेरवाड़ा तहसील में सुदूर पिछड़े आदिवासी अंचल में शिक्षा की अलख जगाने वाले सागवाड़ा पाल ऋषभदेव के कर्मठ और जागरूक शंकर लाल दामा के साथ ही आदिवासियों में व्याप्त अशिक्षा, गरीबी एवं कुपोषण के खिलाफ लडऩे वाली मही सागर फाउण्डेशन की संस्थापक अध्यक्ष श्रीमती प्रकृति खराड़ी, राज्य के खिलाडिय़ों को दिये जाने वाले ‘‘अरावली सम्मान’’ से जयपुर की युवा निशानेबाज अपूर्वी चंदेला एवं मेवाड़ को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले शक्तितोलक राजस्थान पुलिस सेवा में कार्यरत भूपेन्द्र कुमार व्यास को सम्मानित किया गया। इन अलंकरणों से सम्मानित होने वाली विभूतियों को पच्चीस हजार एक रू., रजत तोरण, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किये जायेंगे।
इस वर्ष अपनी विशेषताओं से सभी का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करने वाले मेवाड़ के दो अलग-अलग हुनरमंदों चमन सिंह चौहान एवं विनय भाणावत को विशिष्ट अलंकरण प्रदान किए गए। श्री चौहान मेवाड़ अंचल में वन्यजीवों केसंरक्षण केलिए जाना पहचाना नाम है वहीं भाणावत ने भारतीय मुद्रा को उनके युनिक नम्बरों के साथ संग्रहित कर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इन अलंकरणों से सम्मानित होने वाली विभूतियों को ग्यारह हजार एक रू., मेडल, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किए गए। राज्य का सर्वश्रेष्ठ पुलिस थाना पुरस्कार पुलिस थाना राजियासर जिला श्रीगंगानगर के थानाधिकारी राजेश सिहाग को प्रदान किया गया। समारोह के प्रारंभ में भामाशाह अलंकरण के लिए वर्ष 2012 के 35 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों, महाराणा राजसिंह अलंकरण के लिए 14 विद्यार्थियों तथा महाराणा फतहसिंह सम्मान अलंकरण के लिए 51 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। समारोह के अंत में फाउण्डेशन के न्यासी लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। समारोह का संचालन गोपाल सोनी एवं रूपा चक्रवर्ती ने किया।
अतिथि बोले- सम्मानित होने वाले विभूतियों में से सर्वप्रथम डॉ. फारूक अब्दुल्लाह्, अरनाब गोस्वामी, कैप्टन उदय सौंधी, प्रो. मिंजा यांग, पंडित पुरूषोत्तम गौड़ ने मंच से फाउण्डेशन का आभार एवं अभिनन्दन किया। डॉ. अब्दुल्लाह् ने वतनपरस्ती के विषय में पंक्तियां पढ़ी। तो पत्रकार अरनाब गोस्वामी ने भारत में बढ़ते स्कैम्स को लेकर चिंता व्यक्त की। कैप्टन उदय सौंधी ने फाउण्डेशन द्वारा प्रदान किए पन्नाधाय अवार्ड के समस्त नतमस्तक होने की बात कही।