उदयपुर आलोक संस्थान के आलोक सी. सै. स्कूल, हिरण मगरी से. 11, उदयपुर में राश्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया जिसमें विद्यालय के सभी अध्यापकों तथा छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा आज के दिन डॉ. सी.वी. रमन का जन्मदिन भी मनाया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आलोक संस्थान के निदेषक डॉ. प्रदीप कुमावत थे। विषिश्ट अतिथियों में आलोक सी. सै. स्कूल हिरण मगरी के उप प्राचार्य षषांक टांक, रेणु कला व्यास थे।
इस अवसर पर आलोक संस्थान के निदेषक डॉ. प्रदीप कुमावत ने कहा कि भारत का विज्ञान हजारों सालों पूर्व से ही विकसित था और विकसित है। भारत का इतिहास गौरवषाली रहा है। हमें हमारे गौरवषाली इतिहास को कभी नहीं भुलाया जाना चाहिये। संस्कृत को संगणक हेतु उपर्युक्त भाशा माना गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वयं को प्रमाणित की आवष्यकता है।
उन्होंने कहा कि सृजनषील बनने की आष्यकता है। कला क्षेत्र में आगे बढ़ने की आवष्यकता है। भारतीय इतिहास के पन्नों को खोलकर जानने की, उसे समझने की तथा उस पर गौरवान्वित होने की आवष्यकता है तथा स्वयं को भारतीय होने के भाव पर गर्वित होने की आवष्यकता है।
इससे पहले कक्षा दसवीं की छात्रा राषि श्रीमाल तथा कक्षा सातवीं की छात्रा सेजल
गाँधी द्वारा सी.वी.रमन के जीवन चरित्र पर प्रकाष डाला गया तथा रमन-थ्योरी को भी स्पश्ट किया गया।
कक्षा ग्यारहवीं के छात्र सजल बापना और समूह द्वारा नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी गयी। जिसमें वन्यजीवों की दिन-प्रतिदिन होती कमी, वृक्षारोपण में कभी तथा वृक्षों की कटाई, दिन-प्रतिदिन प्रदूशित होती झीलों पर प्रकाष डाला गया। प्रकृति के दर्द को बड़े ही प्रभावी से नुक्कड़ नाटक द्वारा प्रस्तुत किया गया।
क्रमषः 2
इस अवसर पर हुआ बाल वैज्ञानिकों का सम्मान:
बडिंग सान्इटिस्ट एवार्ड के लिए पांच बच्चों का चयन किया गया जिसमें इन बालकों ने पिछले पूरे वर्श विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों में भाग लेकर राज्य एवं राश्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त किया। प्रथम स्थान गिरिष पुरोहित, विनायक सोनी, जयेष त्रिवेदी, कुणाल षर्मा एवं धैर्य जोषी। इन सभी बच्चों को डॉ. प्रदीप कुमावत ने मेडल एवं संस्थान का स्मृति चिन्ह व प्रषस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
बेस्ट पावरपोइंट प्रजेन्टेषन के लिए आयुशी पुरोहित एवं धारिणी षर्मा को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया।
बेस्ट नुक्कड़ नाटक ‘प्रकृति का दर्द’ के लिए सजल बापना, सुमित फतावत, ऋशभ नागौरी, धर्मेष जैन, हिमान्षु कुमावत, साक्षी करणपुरिया को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया।
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ क्विज में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए प्रतीक माटा एवं विद्या सरकार सम्मानित एवं पुरस्कृत किया।
राश्ट्रीय स्तर पर (मुम्बई में) मॉडल ‘ऐलोवेरा बेटरी’ के प्रजेन्टेषन के लिए हिमांग औदिच्य, जयेष तलेसरा, प्रतीक याज्ञनिक, वैभव जैन को प्रषस्ति पत्र एवं केलकुलेटर देकर सम्मानित किया।
राश्ट्रीय स्तर पर मॉडल ‘सोलर पिरामिड’ के प्रजेन्टेषन के लिए भरत जैन, गिरिष पुरोहित, जयेष तलेसरा, जयेष त्रिवेदी, कविषा भटनागर, मुग्धा षर्मा, निषिता रावत एवं हिमान्षु कालरा को प्रषस्ति पत्र, केलकुलेटर एवं संस्थान का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
टाटा बिल्डिंग इण्डिया द्वारा आयोजित साइन्स निबन्ध प्रतियोगिता में नेहा वाधवानी एवं श्रेया वषिश्ट को गोल्ड मेडल, आयुशी पुरोहित एवं विषाल मटई को रजत पदक, कुणाल षर्मा एवं बलजीत कौर को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया।