चित्तौडगढ, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चितौडगढ की टीम ने मुआवजे के चैक के बदले में दो हजार रूपये की रिश्वत लेने के आरोप में आरयूआईडीपी चितौडगढ की सहायक सामुदायिक अधिकारी (आरयूआईडीपी) व उसकी नाबालिग सहयोगी को आरयूआईडीपी कार्यालय से रंगे हाथो गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, बाबुलाल शर्मा निवासी चितौडगढ ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चितौडगढ मे परिवाद पेश किया कि उसकी शास्त्रीनगर चौराहे पर चास की केबिन है तथा कुछ दिनो पूर्व वहां आरयूआईडीपी द्वारा पाईप लाईन बिछाने का काम करवाया गया था। जिससे उसकी दुकान १४ दिन बंद रही थी। नियम के तहत पाईप लाईन खुदाई क्षैत्र में आने वाले व्यवसायिक स्थलो को बंद रहने के अनुसार मुआवजा देने का प्रावधान है। जिसके तहत बाबुलाल को भी ८२६० रूपये मुआवजा देने के लिए आरयूआईडीपी द्वारा उसके नाम से चैक बनाया गया था। इसी विभाग में अस्थाई रूप से कार्यरत सहायक सामुदायिक अधिकारी (आरयूआईडीपी) नीतू जोशी पत्नि गोविन्दराम जोशी जो कि आईआईआरएम जयपुर के मार्फत कार्यरत है। उक्त महिला ने उससे चैक के बदले दो हजार रूपये की रिश्वत की मांग की गई।
इस पर ब्यूरो के सीआई जयमल ने इसका सत्यापन करवाया। जहां पर मामला एक हजार रूपये में तय हुआ। ब्यूरो द्वारा बाबुलाल को एक हजार रूपये की राशि देकर आरयूआईडीपी कार्यालय भेजा गया। जहां नीतू जोशी ने अपनी सहयोगी हेमलता पुत्री दिनेश वेद निवासी कुम्भानगर ने बाबुलाल से रिश्वत की राशि लेने को कहा। बाबुलाल द्वारा हेमलता को रिश्वत की राशि दे दी गई। इस दौरान इशारा पाते ही टीम ने हेमलता व नीतू जोशी को रंगे हाथो पकड लिया। जिन्हे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कार्यालय लाया गया। जहां पर हेमलता ने अनभिज्ञता चाहिर करते हुए राशि नीतू जोशी के कहने पर लेने की बात कही। फिलहाल ब्यूरो से दोनो को रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया है। कार्यवाही करने वाली टीम में सीआई जयमलसिंह के अलावा ईश्वरसिंह, भंवरसिंह, भारतसिंह, श्रवणसिंह, दलपतसिंह आदि शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि रिश्वत के आरोप में पकडी गई रिश्वत खोर महिला कर्मचारी नीतू जोशी चितौडगढ की जानीमानी स्वयं सेवी संस्थान कट्स में भी पूर्व में भी कार्य कर चुकी है।