उदयपुर, । पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से शिल्पग्राम में आयोजित दस दिवसीय ‘‘मल्टीमीडिया स्कल्पचर कार्यशाला’’ शनिवार को प्रारम्भ हुई। कार्यशाला में विभिन्न माध्यमों पर मूर्ति शिल्प का सृजन आगामी दिनों में किया जायेगा।
शिल्पग्राम के संगम हॉल में आयोजित कार्यक्रम में कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य आयकर आयुक्त श्री एल.आर.सिंह, जानेमाने चित्रकार श्री महेन्द्र भाई कडिय़ा, श्री सुरेश शर्मा व एल.एल. वर्मा द्वारा दीप प्रज्जवलित करके किया गया। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि श्री एल.आर. सिंह ने इस अवसर पर कहा कि संगीत, नृत्य में जहां फ्यूजन का चलन है वहीं फाइन आर्ट में भी फ्यूजन का सिलसिला चल रहा है। ऐसे में स्कल्पचर के साथ फ्यूजन करना एक अनूठी पहल है। इस कार्यशाला से प्रतिभगियों के साथ कला साधकों को भी बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। कला विद महेन्द्र कडिय़ा ने इस अवसर पर कार्यशाला के दौरान मेटल, वुड, फाइबर, मिट्टी व स्टोन पर जहां कार्य होगा वहीं इनके साथ अन्य माध्यमों के प्रयोग भी किये जाएंगे तथा नव कृतियों के सृजन के प्रयास किये जाएंगे।
केन्द्र निदेशक श्री शैलेन्द्र दशोरा ने इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कार्यशाला में तीन पृथक मीडियम लिय गये हैं तथा केन्द्र का यह प्रयास है कि अलग-अलग मीडियम में काम करने वाले कलाकार एक साथ मिल कर काम करें व एक दूसरे की तकनीक को सीखें व अपने सृजन में अपनायें। केन्द्र के अतिरिक्त निदेशक श्री फुरकान खान ने इस अवसर पर अतिथियों व प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्तर की इस दस दिवसीय कार्यशाला में राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, चंडीगढ़, जम्मू, चन्न्ई से 25 मूर्ति शिल्पकार भाग ले रहे हैं।