उदयपुर , उँगलियों की विकृति ने ६२ वर्षीय महिला को अपने आधार से दूर रखा हुआ है । और अब उन्हें अपनी पेंशन की चिन्ता सता रही है । क्यों की सरकार के आदेश के अनुसार बिना आधार अब पेंशन भी नहीं मिलेगी ।
हिरन मगरी से. ३ शाश्त्री नगर निवासी ६२ वर्षीय नलिनी माथुर पत्नी भगवान प्रसाद माथुर शिक्षा विभाग से रिटायर है । उनके दायें हाथ में दो अंगूठे है । इन दो अंगूठों की वजह से खुद को भाग्य शाली समझने वाली नलिनी के लिए ये दो अंगूठे अब उनके आधार में रोड़ा बने गए है ।
नलिनी बताती है कि पिछले वर्ष २१ अगस्त २०११ को जब वो ७ घंटे लें में लग कर उनका आधार कार्ड बनाने गयी तो ऑपरेटर्स ने उनके दायें हाथ के दो अंगूठे देख कर असमर्थता जताई कि हमारे सिस्टम में सिर्फ एक व्यक्ति के १० फिंगर प्रिंट कि ही व्यवस्था है ग्यारवी फिंगर सिस्टम में स्वीकार नहीं हो रही है । जब उन्होंने इसका समाधान पूछा तो ऑपरेटर्स के पास कोई जवाब नहीं था बस एक ही बात कि हमारे साहब से मिल कर पूछे कोन साहब हे कहाँ हे कहाँ मिलेगे यह नहीं पता । और अब सरकार ने आदेश निकाल दिए है पेंशनरों के लिए कि आधार जरूरी है वर्ना पेंशन रुक जाएगी । नलिनी अभी जब ऑपरेटर्स के पास पहुची तो उन्होंने वही जवाब दिया ।
इस समस्या का समाधान कोई बता नहीं रहा और नलिनी को अब अपनी पेंशन कि चिंता सताने लगी है।
जब इस बारे में टीम लीडर कमलेन्द्र सिंह राव से पूछा तो उन्होंने बताया कि इसे स्पेशल केस में उस व्यक्ति के साथ सुपरवाइजर कि आईडी लगती है और इस को सुपरवाइजर अप्रूव करता है तथा उस व्यक्ति के दो फोटो होते जिसमे एक सादा फोटो और और एक फोटो विकृत अंग के साथ लगता है ।