उदयपुर, कांग्रेस की शहर कार्यकारिणी के गठन को लेकर सोमवार को सर्किट हाउस में बैठक रखी गयी। जिसमें शहर में चल रही दिग्गजों के विरोधों को खत्म करने के प्रयास किये जाएगें ओर वरिष्ठ नेताओं की सर्वसम्मति से कार्यकारिणी के गठन होने की संभावना है।
प्रभारी आर.आर.तिवारी का कहना है कि नयी गठित होने वाली कार्यकारिणी में सभी वर्ग सभी वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की सर्वसम्मति होगी ओर सभी का ध्यान रखा जाएगा हो सकता है कि पूर्व कार्यकारिणी से हटे हुए पदाधिकारियों को भी वापस लिया जाए। सोमवार को होने वाली बैठक में हंगामा होने की संभावना है सभी वरिष्ठ कांगे्रेसी नेताओं के गुट खुल कर शक्ति प्रदर्शन करेगें अपने गुट का प्रभाव और कार्यकारिणी में अपना वर्चस्व रखने के लिए रविवार से ही तैयारियां कर रखी है। उल्लेखनिय है कि पूर्व कार्यकारिणी में ३५ पदाधिकारियों जिनमें पांच महामंत्री, पांच उपाध्यक्ष, दस सदस्य, दस सचिव व दो प्रकाक्ता थे और एक कोषाध्यक्ष थे जिन पर आरोप था कि यह अधिकतर सीपी गुट के है। जिनको वरिष्ठता, निष्ठा और कार्य देखे बिना ही पद पर बेठा दिया गया था। आरोप यह भी था कि कुछ तो कांग्रेस की सदस्यता सूची में भी नहीं थे और चहेते होने की वजह से उन्हें पदाधिकारी बना दिया गया था।
सूत्रों के अनुसार कयास लगाये जा रहे है कि नयी कार्यकारिणी के साथ ही गुटों की राजनीति ओर खेमेबाजी पर अंकुश लगाने के प्रयास किये जाएगें साथ ही एक गुट द्वारा दूसरे गुटों के वरिष्ठ नेताओं की आंख दिखाने की परिपाटी पर भी विराम लगाने की कोशिश की जाएगी। क्यों कि यह आखरी वर्ष चुनावी वर्ष है ओर हाल की कांग्रेस की शहर में बिखरी स्थिति को सुधारने के हाईकमान के आदेश है। नयी कार्यकारिणी के गठन को लेकर प्रदेश महामंत्री पंकज मेहता और बांसवाडा के पूर्व विधायक रमेश पण्डया उदयपुर पहुंचे है। जो कि यहां पदाधिकारियों से सर्किट हाउस मे दिन भर बैठक करने के बाद नामों की सूची आलाकमान को भेजेगें। माना जा रहा है कि इसके बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चन्द्रभान सिंह १५ या १६ जनवरी तक नयी कार्यकारिणी की घोषणा करेगें। प्रदेश नेतृत्व की ओर से की जाने वाली इस घोषणा पर डॉ.सी.पी.जोशी, डा.गिरिजा व्यास, सांसद रघुवीर ङ्क्षसह मीणा, नीलिमा सुखाडिया व त्रिलोक पूर्बिया की नजर है।