उदयपुर, जिले के बैकरिया थाना क्षैत्र में स्थित खेडा माइन्स के श्रमिकों की हडताल के दौरा रसद सामग्री ले जाते दल पर श्रमिकों ने पत्थर बाजी एवं फायर कर रोका।
पुलिस सूत्रों के अनुसार खेडा में स्थित आल्सोनाईट पत्थर की माइन्स श्रमिकों की हडताल के मद्दे नजर 15 दिन से माइन्स में आना जाना बंद था। रविवार अपरान्ह प्रबंधक माइन्स कार्यरत श्रमिकों एवं माइन्स संचालन के लिए आवश्यकता होने पर प्रबंधक डिजल टेंक, राशन सामग्री सहित आवश्यक वस्तु ले जा रहे थे। इसका पता चलने पर श्रमिकों के साथ लुहारचा गांव के सेकडो ग्रामीणों ने राहत दल पर पथराव एवं फायर कर दिया। इसका पता चलने पर पुलिस उप अधीक्षक कोटडा रामधन बैरवा, बैकरिया थानाधिकारी सवाई सिंह, कोटडा थानाधिकारी योगेश चौहान, माण्डवा पुलिस जाप्ता के जवानों के साथ मोके पर पहुचे तों ग्रामीण आस पास की पहाड़ियों पर चढ कर पत्थर बाजी कर दी। पत्थरवाजी एवं फायरिंग की घटना से किसी प्रकार की जान व माल की क्षति नहीं हुई है। पुलिस ने पत्थरवाजी की घटना स्वीकार की लेकिन फायरिंग की घटना से इनकार किया है। प्ररकरण के अनुसार गत १५ दिनों से माइन्स के श्रमिक १५ सूत्री मांग को लेकर हडताल है तथा कुछ श्रमिक माइन्स में कार्यरत है। लेकिन ह$डताली श्रमिक किसी को आने जाने नहीं दे रहे तथा रोड पर पत्थर जगह जगह पत्थर डाल कर आवागमन बंद कर दिया। इस संबंध में वोलकम इण्डिया खेडा माइन्स प्रबंधक उत्तमपाल ने ५ दिसंबर को श्रमिकों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया था। रविवार को प्रबंधक माइन्स संचालन के लिए आवश्यक डिजल व श्रमिकों के लिए राशन सामग्री ले जाते समय टेकर की शाफ़्ट टूटने से आगे बढ नहीं पाया । इसका पता चलते ही श्रमिकों एवं ग्रामीणों ने मोके पर पहुच कर पत्थरवाजी व फायर कर दिया।मोके पर पुलिस बल तैनात है।