उदयपुर. इस साल हज के लिए जाने वालों की चयन लॉटरी रविवार को जयपुर स्थित सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में निकाली गई। लॉटरी में जिनका नाम आया, उनमें से कोई भी सचिवालय में नहीं था। परिचितों ने जब उन्हें फोन पर जानकारी दी तो खुशी से उनकी आंखें छलक आईं। कारण भी बड़ा था। इस बार कोटा काफी कम था। जिन लोगों के नाम आए, उन्होंने खुद को खुशनसीब समझा। इसे मदीने वाले का बुलावा बताते हुए उन्होंने ऊपर वाले का शुक्रिया अदा किया।
प्रदेश से हज यात्रा के लिए 15 हजार 96 लोगों ने आवेदन किया था। कोटे में 3 हजार 686 सीटें थीं। दो हजार 901 आवेदक रिजर्व कैटेगरी में चयनित हो गए। बाकी 12 हजार 195 में से 785 का लॉटरी से चयन हुआ। लॉटरी में उदयपुर जिले से 600 लोगों ने आवेदन किया था। उदयपुर जिले के लिए राज्य सरकार ने हाजियों के लिए निर्धारित कोटा 73 हाजियों का रखा है। उदयपुर जिले से 14 हाजियों का इस प्रक्रिया द्वारा चयन किया गया। जबकि 59 आवेदकों का चयन पहले ही कर लिया गया था। इस सूची में वे आवेदक शामिल है, जिनकी आयु 70 वर्ष या उससे अधिक है।
मुंह मीठा करवाकर दी मुबारकबाद
शहर में हज कुर्रा (लॉटरी) की खबर मिलते ही समुदाय में खुशी की लहर फैल गई। सफर के लिए चुने गए अकीदतमंदों का हज हेल्प डेस्क में माला पहनाकर इस्तकबाल किया गया। परिवारजनों एवं परिचितों ने मिठाई खिलाकर मुबारकबाद दी। इस मौके पर पूर्व हज कमेटी संभाग प्रभारी जहीरुद्दीन सक्का, मोहम्मद सलीम शेख, कार्यक्रम अधिकारी अल्पसंख्यक विभाग, हज हेल्प डेस्क प्रभारी हाजी याकूब मोहम्मद, सलीम मोहम्मद मेवाफरोश, हाजी मोहम्मद हुसैन गन वाला आदि मौजूद थे।
पहला नाम अजमेर, आखिरी उदयपुर के बाशिंदे का
लॉटरी में सबसे पहले अजमेर के मुबारक अली खान और सबसे अंत में उदयपुर के लियाकत हुसैन का नाम आया। अल्पसंख्यक मामलात विभाग के निदेशक शफी मोहम्मद कुरैशी, चीफ काजी खालिद उस्मानी व संयुक्त सचिव अकील अहमद ने लॉटरी की शुरुआत की। इस दौरान अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष माहिर आजाद, कांग्रेसी नेता अमीन कागजी, हज कमेटी के कई सदस्य व पिंकसिटी हज वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष अब्दुल सलाम जौहर भी मौजूद थे।