udaipur. नई गैस एजेंसियों और मार्केट डिसिप्लेन गाइडलाइन में सख्ती को लेकर आंदोलनरत एलपीजी डीलर व तेल कम्पनियों के बीच टकराव से राजस्थान समेत देशभर में एलपीजी सिलेण्डरों की आपूर्ति व्यवस्था गड़बड़ाने का संकट खड़ा हो गया है। दरअसल, केन्द्रीय संगठनों के आह्वान पर एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर फैडरेशन ऑफ राजस्थान ने भी मंगलवार से कार्य बहिष्कार का निर्णय किया है।
इस आंदोलन में राजीव गांधी ग्रामीण एलपीजी वितरक भी शामिल हो गए हैं, जिसके चलते दिक्कत ये खड़ी हो गई है कि अब प्रदेशभर के 75 लाख से अधिक एलपीजी उपभोक्ताओं को सिलेण्डर की आपूर्ति कैसे हो पाएगी। हालांकि, तेल कम्पनियों के राज्य स्तरीय समन्वयक गुरूमीत सिंह ने बताया कि हड़ताल को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए राज्य सरकार से सम्पर्क साधा जा रहा है।
फैडरेशन ऑफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स इंडिया और ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फैडरेशन ने तेल कम्पनियों ने कई मुद्दों पर सहमति नहीं बनने के बाद 25 फरवरी से कार्य बहिष्कार की घोषणा कर रखी है। ऎसे में राजस्थान में भी 425 वितरण व 200 से अधिक राजीव गांधी ग्रामीण एलपीजी वितरक मंगलवार से कामकाज बन्द कर देंगे।
एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर फैडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष दीपक सिंह गहलोत ने कार्य बहिष्कार की पुष्टि करते हुए बताया कि कामकाज के दौरान सामने आ रही दिक्कतों को कई बार कम्पनी अधिकारियों के सामने उठा चुके हैं, बावजूद इसके कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। अब नई मार्केट डिसिप्लेन गाइडलाइन के रूप में इंस्पेक्टर राज को बढ़ावा देने की तैयारी है, जो कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ये हैं प्रमुख मांग
एमडीजी-2014 के नए प्रावधान व कठोर नियम समाप्त हों।
नई गैस एजेंसियों के लिए मापदण्ड तय हों।
गैस सिलेण्डर की होम डिलीवरी का फुल-प्रूफ सिस्टम।
सिलेण्डर की पिल्फर प्रूफ सील।
कॉमर्शियल सिलेण्डर समेत अन्य गैर अनुदानित उत्पादों का एलपीजी व्यापार से हटाया जाए।