उदयपुर . नोट्बंदी के बाद हालात सामान्य नहीं हुए है और यह बात केन्द्र सरकार के केन्द्रीय मंत्री भी मान रहे है, इसीलिए वह नोट्बंदी से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब देने से कतरा रहे है। नोट्बंदी के बाद देश के बिगड़े हालात के बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से ५० दिन मांगे थे और उसके बाद जो चाहो सजा देने को कहा था। अब जब ५० दिन पुरे हो गए है तो सरकार का कोई मंत्री जवाब नहीं दे रहा। बुधवार को गाँधी ग्राउंड में आरएनटी मेडिकल कोलेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लोक के शिलान्यास के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ मंत्री नोट्बंदी को लेकर कुछ भी कहने से इनकार करते रहे और आखीर तक उन्होंने नोट्बंदी को लेकर किसी सवाल का जवाब नहीं दिया यही नहीं आर एन टी मेडिकल से जुड़े अस्पतालों में फैली भ्रस्टाचार पर भी गेंद प्रदेश स्वास्थ मंत्री कालीचरण सर्राफ को दे कर बच निकले।
आरएनटी मेडिकल कोलेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लोक के शिलान्यास के बाद केन्द्रीय स्वास्थ मंत्री जगत प्रकाश नड्डा पत्रकारों के रूबरू हुए तो उन्होंने कुछ कहने से पहले ही कह दिया कि में सिर्फ अपने विभाग के बारे में बात करुगा। स्वास्थ या अस्पताल से सम्बंधित सवालों के बारे में बात करूगां। नड्डा से पूछा गया कि नोटबंदी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से जो ५० दिन मांगे थे वाह पुरे होने आये इसके बावजूद अभी तक हालात सामान्य नहीं हुए तो इस पर नड्डा ने कोई उत्तर नहीं दिया और कह दिया कि आप मेरे विभाग से जुड़े सवाल करिये और जिस काम के लिए में यहां आया हू वही बात करुगा। केन्द्रीय मंत्री नड्डा के इस इनकार से यह साफ़ हो गया कि वह पीएम मोदी के ५० दिनों की मोहलत वाली बात से बचना चाहते है और मानते है कि हालात अभी भी सामान्य नहीं हुए है और जनता परेशान है।
नड्डा को जब बताया गया कि यहां पर आरएनटी मेडिकल कोलेज में काफी भर्ष्टाचार फैला हुआ है और इसकी जाँच एसीबी में भी चल रही है, सरकार इस पर कारवाई क्यूं नहीं करती। इस पर नड्डा ने प्रदेश स्वस्थ मंत्री कालीचरण सर्राफ की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आपकी इस बात का जवाब यह देंगे और भाजपा काल में कही भी भ्रस्टाचार नहीं होने दिया जायेगा। कालीचरण सर्राफ कुछ बोलते इसके पहले ही गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि आप भ्रस्टाचार की बात ऐसे मुह जबानी मत कहो और आपके पास कोई कागज़ हो या लिखित में कुछ हो तो बताओ हम उसकी एसीबी से जांच करवाएंगे। जब कटारिया को बताया गया कि एसीबी में भ्रस्टाचार की जाँच चल रही है लेकिन अभी तक कोई कारवाई नहीं हुए है तब भी गृहमंत्री अपनी ही बात पर अड़े रहे कि आप हमको कागज़ दो उसके बाद बात करेगे और आगे चलते बने।
50 दिन हो रहे है पुरे और नोटबंदी का जवाब देने के लिए बच रहे है केंद्रीय मंत्री भी
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