चंडीगढ़ पुलिस के 5 पुलिसकरि्मयों पर 10वीं क्लास में पढ़ने वाली नाबालिग से रेप आरोप लगा है। चंडीगढ़ के खुaा लाहौरा की रहने वाली नाबालिग का पीसीआर में तैनात पांच पुलिस वाले करीब दो महीने तक उसका गैंगरेप करते रहे।
पांचों पुलिसवालों के खिलाफ शहर के सेक्टर-17 में शिकायत दर्ज कराई गई है। अभी तक दो पुलिस वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी आरोपियों की पुलिस को तलाश है। लड़की इससे परेशान होकर सुसाइड करने जा रही थी, तभी उसके भाई ने उसे बचा लिया और लड़की ने अपने भाई से सारी घटना शेयर की।
पार्षद ने की मदद
पीडिता के भाई ने अपने इलाके के पार्षद के माध्यम से पुलिस स्टेशन में केस दर्ज करवाया। भाजपा पार्षद का कहना है कि पीडिता के घर में कुछ दिन पहले कोई झगड़ा हुआ था उसके बाद पुलिस उनके घर आई थी। वहीं पर लड़की से एक कांस्टेबल की दोस्ती हो गई। उसके बाद दोनों का आपस में मिलना-जुलना शुरू हुआ। उसके बाद उसने अपने चार साथियों के साथ मिलकर उसके साथ दो महीने तक रेप किया। ा
पीडिता उससे तंग आकर अब सुसाइड करने की कोशिश की तभी घटना के बारे में पता चला। गिरफ्तार किए गए दो पुलिस वालों को रात में जब पुलिस मेडिकल टेस्ट के लिए सरकारी अस्पताल ले गई तो वहां पर गुस्साई पुलिस ने उनकी जमककर धुनाईकर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कारवाई भी शुरू कर दी।
रांची में 6वीं क्लास की छात्रा से गैंगरेप
झारखंड की राजधानी रांची के बरियातू इलाके में बुधार को एक 13 साल की नाबालिग लड़की के साथ दो युवको ने गैंगरेप किया। जिसके बाद इलाके के लोगों ने गुरूवार को जमकर बवाल किया।
थाने पर प्रदर्शन किया सड़क जमा कर दी और जगह-जगह आग लगा दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिती को नियंत्रित किया। पुलिस ने एक आरोपी तो पकड़ लिया और कहा कि वे दूसरा आरोपी भी जल्द ही पकड़ लेंगे। घटना के बाद नाबालिग को रांची के एम्स में भर्ती कराया गया है।
घटना तब घटी जब पीडिता अपने घर से शाम को कॉपी लेने के लिए गई थी, तभी दोनों युवकों ने उसे पकड़ लिया। पीडिता को जबरदस्ती घर लेजाकर उसके साथ रेप किया। पीडिता एक आरोपी को तो जानती थी। रेप के बाद आरोपी पीडिता को वहीं छोड़कर चले गए। उसके तीन घंटे के बाद पीडिता अपने घर पहुंची और उसके साथ आरोपी भी पहुंच गए।
पीडिता के घर में घुसकर आरोपियों ने उसे और उसकी बहन को इस बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी और पीडिता के बहन को कहा कि अगर उसने किसी को बताया तो उसके साथ भी ऎसा ही होगा। उस वक्त पीडिता के परिजन घर पर नहीं थे। जब मोहल्ले वालों को घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने पीडिता को रांची के एम्स में भर्ती कराया। थाने में शिकायत दर्ज कराई।