नि:शुल्क, नि:शक्त युवक-युवतियों का परिचय व विवाह समारोह
उदयपुर नारायण सेवा संस्थान के बडी ग्राम स्थित सेवा महातीर्थ में शनिवार का सूर्योदय अविवाहित नि:शक्त बन्धु-बहिनों के लिये सात जन्मों के रिश्तों की सौगात लेकर आया। मौका था १९ वें विकलांग युवक-युवती परिचय सम्मेलन एवं सामूहिक विवाह समारोह का। जिसमें उदयपुर सम्भाग सहित देश के विभिन्न प्रान्तों से हिन्दू, मुस्लिम, सिख व ईसाइ परिवारों के परिजन विवाह योग्य नि:शक्त पुत्र-पुत्रियों को लेकर पहुंचे। सर्वधर्म संभाव के प्रतीक रूप इस समारोह में धर्म माता-पिता के रूप में कन्यादान का पुण्य अर्जन करने के लिये भी बडी संख्या में देश भर से लोग आये। विशाल पाण्डाल के भव्य मंच पर परिचय सम्मेलन का उद्घाटन दीप-प्रज्ज्वलन व श्रीगणेश स्तुति के साथ संस्थान संस्थापक डॉ. कैलाश ’मानव’, मुख्य अतिथि तेजपालसिंह जी नोएडा व परम विशिष्ट अतिथि हरिश जी जिन्दल नई दिल्ली सहित अन्य अतिथियों ने किया।
इस परिचय सम्मेलन में ४०० युवक-युवतियां अपना परिचय देते हुए जीवन साथी का चुनाव करेंगे। समारोह में उपस्थित नि:शक्त युवक-युवतियों, उनके परिजनों व अतिथियों का स्वागत संस्थान अध्यक्ष डॉ. प्रशान्त अग्रवाल व निदेशक देवेन्द्र चौबीसा ने किया। संस्थान निदेशक श्रीमती वंदना अग्रवाल ने बताया कि सामूहिक विवाह हेतु आये युवक-युवतियों ने अपना परिचय बडी ही बेबाकी से देते हुए अपने भावी जीवन साथी के बारे में अपनी अपेक्षाए बताई। मंदसौर से आये शौकत अली ने कहा कि मैं उससे विवाह करना चाहूंगा जो मेरी भावना को समझ सकें, और मैं जैसा भी हूं उसी रूप में मुझे दिल से स्वीकार करे। जबलपुर से आई सुश्री नेहा अग्रवाल ने कहा कि वे उसे अपना जीवन साथी चुनेंगी जो उनकी शारीरिक विकलांगता को नजर अंदाज करते हुए उन्हें यथा रूप में पूर्णतया स्वीकार करे। पंजाब से आई जसबीर कौर ने बताया कि वह पोलियो ग्रस्त है लेकिन बैसाखी के सहारे अपना काम काज कर लेती है। उसे ऐसे जीवन साथी की तलाश है जो शेष जीवन में हंसता-गाता उसका हमसफर बन सके।
डॉ. प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि परिचय सम्मेलन के उपरान्त अपरान्ह ३.०० बजे ३० सुसज्जित बग्गीयों, बैण्ड बाजों के साथ झूमते-गाते हुए भावी युगलों की भव्य बिन्दौली टाउन हॉल से देहलीगेट, अश्विनी बाजार, हाथीपोल होते हुए चेटक सर्कल तक निकाली गई। इसके बाद ये युगल बसों से सेवामहातीर्थ बडी पहुंचे जहां ७ बजे उनकी मेहन्दी की रस्म अदा हुई। उसके उपरान्त रात्रि में महिला संगीत का आयोजन हुआ। रविवार को चयनित जो$डों का सामूहिक विवाह भव्य पाण्डाल में ५१ पण्डितों की उपस्थिति में प्रात: १० बजे वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा सम्पन्न होगा।