सलूम्बर में सोमवार को एक वैवाहिक समारोह में भोजन के बाद 350 मेहमानों की तबीयत बिगड़ गई। उल्टी-दस्त की शिकायत पर सभी को स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। सूचना पाकर उदयपुर सीएमएचओ तुरन्त सलूम्बर के लिए रवाना हुए। जांच के लिए भोजन के नमूने लिए गए हैं। फिलहाल माना जा रहा है कि भोजन में शामिल रबड़ी खराब थी। मेहमानों में ज्यादातर लोग उदयपुर व डूंगरपुर के हैं।
सूत्रों के अनुसार सलूम्बर में पानी की टंकी के पास रहने वाले जमनालाल निहालचंद जैन की बेटी के विवाह का प्रीतिभोजन आयोजन देर शाम जैन नागदा समाज के नोहरे में रखा गया था। इसमें 700 लोगों को आमंत्रित किया गया था।
भोजन के बाद करीब 350 मेहमानों को उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी। तबीयत बिगड़ने का सिलसिला शुरू होने के बाद रात नौ बजे तक 60 लोग अस्पताल पहुंचे। देर रात ऎसे लोगों की संख्या बढ़कर 350 तक पहंुच गई, जिन्हें तत्काल चिकित्सालय पहुंचाया गया। इस बीच अस्पताल के बाहर लोगों का जमावड़ा लग गया।
सराड़ा से बुलाई टीम
रोगियों की लगातार बढ़ती संख्या देख सराड़ा से चिकित्सकों का दल बुलाया गया। उदयपुर से सीएमएचओ भी सलूम्बर के लिए रवाना हुए।
यह था भोजन का मीनू
प्रीतिभोज में मेहमानों को रबड़ी, लड्डू, नमकीन, दो सब्जी, दाल और चावल परोसे गए थे। विवाह की रस्म कल होनी है और बारात भी सलूम्बर की ही है।
ये हुए बीमार
बीमारों में दृष्टि जैन, 32 वर्षीय प्रकाश पुत्र जयचन्द्र, 5 वर्षीय हेरबर पुत्र सुनील सेवक, अभिजीत पुत्र सुनील सेवक, हसु पुत्र लीलाचन्द्र, प्रमिला पत्नी भंवरलाल जैन, अनन्त जैन पुत्र लक्ष्मीलाल, जया जैन पुत्र नरेन्द्र जैन, हिमानी पुत्री नरेन्द्र जैन, पुष्पा पत्नी नरेन्द्र जैन, कमला पत्नी मोहनलाल, पिंकी पुत्री जयेश, सरोज जैन, सुजल पुत्र महावीर, सीमा पुत्री प्रेम, कांता पत्नी प्रेम, पार्षद दिलीप सेवक, कमलेश पुत्र कुरीचन्द सेवक, सकुमा पत्नी मदनलाल सोनी सहित कई बच्चे, युवा, महिलाएं व बुजुर्ग शामिल हैं।
चिकित्सक नहीं होने पर आक्रोश
अपने परिजनों को सही समय पर इलाज नहीं मिलता देख चिकित्सालय में लोगों ने हंगामा कर दिया। नगरवासियों का आरोप था कि खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी और सामान्य चिकित्सालय प्रभारी दोनों ही मुख्यालय पर मौजूद नहीं थे। इस कारण इलाज में कमी और लापरवाही दोनों सामने आई। मौके पर उपस्थित उपखण्ड अधिकारी के समक्ष लोगों ने जमकर आक्रोश जताया।
मिठाई हो सकती है कारण
शादी का खाने बनाने वालों के अनुसार रबड़ी एक दिन पहले की बनी हुई थी। इसलिए पुलिस और प्रशासन इसे ही घटना का जिम्मेदार मान रहा है। वैसे जीमण में बने प्रत्येक खाद्य पदार्थ का नमूना जांच के लिए लिया गया है।
अस्पताल में मचा हंगामा
सलूम्बर अस्पताल में सिर्फ 100 बिस्तर की सुविधा है। इस घटना के बाद 200 से अधिक रोगियों के चिकित्सालय पहुंचने से स्थित नियंत्रण से बाहर होने लगी। हालात बिगड़ने की सूचना पाकर उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। बाद में रोगियों को स्थान उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की गई।