बांसवाडा, बांसवाडा से झालावाड जा रही बस बांसवाडा शहर से लगभग दस किलो मीटर की दूरी पर माही नदी के बैकवाटर में पाडला पुलिया के पास जा गिरी। समीप स्थित पुलिस चौकी के जवानों एवं ग्रामीणों के साहस के चलते बस में सवार सत्तर व्यक्तियों की जान बचा ली गई। हादसे में २१ लोग घायल हुए। जिनमें दस महिलाएं सम्मिलित है। सभी घायलों को जिला मुख्यालय के महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। इतने बडे के हादसे के बावजूद जिलें का एक भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। बताया जाता है खस्ता हाल सडकों के कारण बस का पट्टा टूट गया या स्टेरिंग रोड टूट गई जिसके चलते यह हादसा हुआ। घायल महिलाएं यात्री श्रीमती कोठारी ने बताया कि हादसे से २-३ मिनिट पूर्व ऐसा अहसास हो रहा था कि कोई हादसा हो जायेगा। २ मिनट बाद तो बस पलटी खाकर बैकवाटर में जा गिरी। इस हादसे के बावजूद सभी यात्रियों ने धेर्य नहीं खोया और कोई कांच तोडकर तो कोई पिछले दरवाजे से बाहर निकलने का प्रयास कर रहा था। उन्होंने बताया कि पाडला चौकी के पुलिस कर्मियों एवं ग्रामीणों के सहयोग से कोई अनहोनी नहीं हो पाई। इधर महात्मा गांधी चिकित्सालय के स्टाफ ने भी तत्परता दिखाई। घायलों के चिकित्सालय पहुंचने से पूर्व ही नर्सिंग अधीक्षक शंकरलाल यादव ने नर्सिंग स्टाफ को तैनात कर दिया जिससे घायलों के आते ही इलाज शुरू हो गया।