विधानसभा चुनाव का माहौल जोर पकड़ने के साथ ही प्रत्याशियों में जुबानी जंग तेज हो गई है। इसमें गुलाबचंद कटारिया और गिरिजा व्यास जैसे बड़े नेता भी पीछे नहीं रह रहे हैं। शहर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी गुलाबचंद कटारिया ने भूपालपुरा में एक दिन पूर्व चुनाव कार्यालय के उद्घाटन पर कहा था कि गिरिजा व्यास का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। पहले गिरिजा से जब चुनावी मुकाबला हुआ था तब वे बच्चे थे, इसलिए हार गए। इस बार परिस्थितियां अलग हैं। सोमवार को नामांकन के बाद पत्रकारों ने गिरिजा से जब इस मामले में सवाल किया गया तो उन्होंने कटारिया के लिए कहा कि वो भाई साहब हैं और भाई को एक बहन की चिंता करनी स्वाभाविक है। उनको मेरे स्वास्थ्य की चिंता है लेकिन मुझे उनके मानसिक अवस्था की चिंता है। उनका मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहे। गिरिजा के इस पलटवार के बाद सोमवार शाम को पाठों की मगरी स्थित पार्टी के चुनावी मीडिया सेंटर पर जब कटारिया से इस मामले में सवाल किया गया तो कटारिया ने कहा कि गिरिजा जी को कहो उनके पास जो अच्छा डॉक्टर हो उसको मेरे पास भेज दे।
सियासी रण में बयानों के तीर
गिरिजा-विवेक के नामांकन में तीनों दावेदार रहे मौजूद, देहात जिलाध्यक्ष झाला रहे नदारद
कांग्रेस में सोमवार को उदयपुर शहर और ग्रामीण दोनों सीटों पर भरे गए नामांकन के दौरान कांग्रेस एकजुट नजर आई। सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने उदयपुर शहर और एआईसीसी सदस्य विवेक कटारा ने उदयपुर ग्रामीण से कांग्रेस के प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा। इस दौरान दोनों विधानसभाओं से पद के दावेदारी की दौड़ में रहे प्रत्याशी, पदाधिकारी और महत्वपूर्ण सदस्य मौजूद रहे। कांग्रेस में जहां मेवाड़ की कई सीटों पर बगावत और नाराजगी के बीच कांग्रेस में फूट नजर आ रही है। वहीं दूसरी और उदयपुर में शहर और देहात दोनों प्रत्याशियों ने एकसाथ सभा कर एकजुटता दिखाई। सिर्फ देहात जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला नामांकन के दौरान मौजूद नहीं रहे।
विवेक कटारा ने एसडीओ पर लगाया पक्षपात का आरोप
कटारिया ने कहा-गिरिजा जी, यदि आपके पास अच्छा डॉक्टर हो तो भेजें
शुभ घड़ी का इंतजार…
गिरिजा व्यास ने 4 मिनिट किया इंतजार…सवा 12 बजे भरा पर्चा।
https://www.youtube.com/watch?v=eT8CS9jvck8
विवेक कटारा के नामांकन के दौरान एसडीओ गिर्वा लोकबंधु ने मीडियाकर्मियों को विवेक के नामांकन के दौरान अंदर नहीं आने दिया। कटारा ने लोकबंधु पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ दिन पूर्व भाजपा से फूलसिंह मीणा के नामांकन के समय मीडियाकर्मियों को नहीं रोका गया था। एसडीओ लोकबंधु ने कहा कि किसी को भी रोका नहीं गया। नामांकन का अंतिम दिन था, इसलिए काफी प्रत्याशी थे और उनके फार्म जांचने का काफी दबाव था। शोर-शराबा न हो, उसके लिए टोका गया।
सुखाड़िया परिवार रहा मौजूद, दावेदार शारदा रोत नहीं पहुंची
गिरिजा व्यास के नामांकन में शहर से दावेदार रहे पंकज शर्मा, दिनेश श्रीमाली और सुरेश श्रीमाली नजर आए। पंकज शर्मा तो गिरिजा के साथ नामांकन और सभा में भी मौजूद रहे। जबकि गिरिजा के स्वागत और कार्यालय उद्घाटन में तीनों दावेदार नहीं आए थे। वहीं दावेदारी कर रहे सुखाड़िया परिवार के दीपक सुखाड़िया और उनकी मां नीलिमा भी मौजूद रहीं। िववेक कटारा के साथ इंटक के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश श्रीमाली और महिला देहात अध्यक्ष सीमा चोरड़िया भी मौजूद रहीं। मगर मावली से दिया टिकट वापस लेने के बाद कांग्रेस देहात के जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला दिखाई नहीं दिए। ग्रामीण से दावेदारी कर रही प्रदेश महिला उपाध्यक्ष शारदा रोत धरियावद गए होने के चलते शामिल नहीं हुई।