उदयपुर . लेकसिटी में केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड के अधीन कार्यरत राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) द्वारा नशीली दवाओं और मादक पस्दार्थों के रीको इंडस्ट्रियल एरिया कलड़वास क्षेत्र व् गुडली में संचालित फैक्ट्री-गोदाम पर की जा रही कारवाई चोथे दिन भी जारी है। सोमवार को भी टीम के सदस्य दिन भर देर रात तक फैक्ट्री में ही रहे सूत्रों की माने तो ड्रग्स कारोबार 1500 करोड़ जाने की आशंका जताई जा रही है। उदयपुर शहर में नशीली दवाओं के कारोबार हो रही कारवाई देश में अब तक की सबसे बड़ी कारवाई मानी जारही है।
गौरतलब है कि शहर में दीपावली से एक दिन पहले केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड के अधीन कार्यरत राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की टीम ने रीको कलड़वास क्षेत्र में संचालित फैक्ट्री-गोदाम पर छापा मारा था। इस दौरान यहां भारी मात्रा में नशीली दवाओं व मादक पदार्थ के कारोबार का भंडाफोड़ हुआ। डी आर आई ने फेक्ट्री मालिक रवि दुलानी को हिरासत में लिया था जिसके बाद दिवाली मानाने आरहे ड्रग माफिया सुभाष दुलानी को डीआराई के अधिकारियों ने मुंबई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार लिया था। सुभाष दुलानी की गिरफ्तारी के बाद उसको उदयपुर लाया गया यहां पर कविता स्थित बीएसफ के केम्प में रखा गया है। चार दिन से उदयपुर में कलडवास और गुडली स्थित दुलानी के गोदामों और फेक्ट्रियों पर कारवाई जारी है। अभी तक आधिकारिक तौर पर नहीं बताया गया कि कितनी ड्रग बरामद हुई है। लेकिन अगर सूत्रों की माने तो जब्त किये गए नशीली पदार्थ का वजह २० टन से अधिक है। जिसकी अन्तराष्ट्रीय कीमत १५ हज़ार करोड़ बताई जारही है। जो ड्रग की गोलियाँ बरामद की गयी है उसकी भारत में कीमत ५०० रुपया है जबकि विदेशों में यह ३००० रूपये तक बेचीं जाती हैं। नशीली दवाओं की इतनी बड़ी खेप मिलने से डीआर आई के पुरे महकमे में हडकंप है। विभाग के आला अधिकारी भी आज उदयपुर पहुच गए। ड्रग्स के बार-बार संपर्क में आने से 7 अधिकारी व कर्मचारी की तबीयत भी बिगड़ गई। पूरी कार्यवाही में बीएसएफ के जवान तैनात हैं। वहीं, फैक्ट्री में काम करने वालों की दिवाली भी अंदर ही मनी। ड्रग के इतने बड़े कारोबार के सम्बन्ध अन्तर्राष्ट्री माफिया से जुड़े होने से भी इनकार नहीं किया जासकता है। जानकारी के अनुसार उदयपुर शहर में बन रही नशीली दवाओं की सप्लाई विदेशों में ही की जाती थी।
इधर रिको कलडवास स्थित फेक्ट्री में रवि दुलानी की पत्नी बच्चे उससे मिलने के लिए आये लेकिन बीएसफ के जवानों ने मिलने नहीं दिया।