udaipur बांसवाड़ा सरकारी मूक बधिर आवासीय स्कूल में 5वीं कक्षा में पढऩे वाली बालिका की 108 एंबुलेंस के पहुंचने से पहले ही स्कूल परिसर में सामान्य डिलीवरी हो चुकी थी। डिलीवरी होने से पहले से बालिका को प्रसव पीड़ा हुई थी। शनिवार रात्रि को भोजन करने के बाद बालिका को प्रसव दर्द उठा तो मौजूद चौकीदार ने सामान्य दर्द समझकर दर्द की गोली दे दी थी। यह खुलासा स्कूल के चौकीदार कांतिलाल ने बाल कल्याण समिति की टीम को दिए बयान में किया।
बयानों में बताया कि डिलीवरी भी उसी ने ही कराई है और शिशु को अपने हाथों से लिया। बालिका को डिलीवरी से पहले ब्लडिंग चालू हो गई थी और पैरों तक ब्लड आ चुका था, तब उसे समझ में आ गया कि आखिर समस्या क्या है। इसके पहले कांतिलाल ने इंचार्ज रंजना यादव को सूचना दे दी थी।
डिलीवरी होने के बाद 108 एंबुलेंस पहुंची
डिलीवरी होने के बाद 108 एंबुलेंस पहुंची और बालिका को इसके माध्यम से सरकारी एमजी हॉस्पिटल पहुंचाया गया। इस प्रकरण में पहले बताया जा रहा था कि डिलीवरी एंबुलेंस में हुई थी। दस्तावेज और रिकॉर्ड के मुताबिक बालिका की आयु 11 वर्ष ही है।
स्कूल में चौकीदार ने कराई थी 11 वर्षीय छात्रा की डिलीवरी
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