उदयपुर गैंगस्टर सोहराबुद्दीन शेख और तुलसी प्रजापति का सहयोगी रहा सिल्वेस्टर उर्फ दीपू (३८) शुक्रवार रात उदयपुर में वडोदरा (गुजरात) पुलिस की गिरफ्त से भाग निकला। घटना के 24 घंटे बाद भी उसका कोई सुराग नहीं मिला। मामले में वडोदरा पुलिस की लापरवाही और मिलीभगत सामने आई है। सोहराबुद्दीन और तुलसी प्रजापति एनकाउंटर के मामले में सिल्वेस्टर अहम गवाह भी है। मामले में हिरणमगरी पुलिस सिल्वेस्टर के माता-पिता व रिश्तेदार और साथियों से पूछताछ कर रही है। वडोदरा पुलिस के चालानी गार्ड इंचार्ज मथुर भाई गोहिल ने हिरणमगरी थाने में फरारी का केस दर्ज कराया है।
गुजरात पुलिस पर संदेह
स्थानीय पुलिस द्वारा सिल्वेस्टर का भागना एक साजिश बताया जा रहा हे , गुजरात पुलिस के बयान और जांच में काफी अंतर आ रहा हे बयान के अनुसार सिल्वेस्टर , रात आठ बजे रेती स्टेंड से गाड़ी ठीक करते समय शोच का बहाना बना कर भाग गया , जब की स्थानीय पुलिस ने जांच की तो पता चला की
सिल्वेस्टर कुख्यात अपराधी होने के बावजूद उसके साथ एक आम अपराधी की तरह सुलूक किया और , जाते समय ढाबे पर , सिल्वेस्टर ने उसके साथियों को भी बुला लिया तथा , सिल्वेस्टर , उसके साथियों ने , और गुजरात पुलिस के साथ जम कर शराब पी , उसके बाद , सिल्वेस्टर ने अपनी माँ से मिलने की जिद्द की के उसकी माँ बीमार हे उससे एक बार मिलना चाहता हे , पुलिस वाले उसको उसकी माँ के के पास उसके घर ले गए , जहा उसने शोच का बहाना किया और टॉयलेट में जा कर वापस बहार नहीं आया और वही से भाग गया , और इस की सुचना स्थानीय पुलिस को रात की २ बजे दी गयी जब की सिल्वेस्टर रात आठ बजे ही भाग गया था तो गुजरात पुलिस ६ घंटे तक क्या करती रही ,
इसलिए लाए थे उदयुपर
सिल्वेस्टर पुत्र डेनियल सतीश भूपालपुरा (उदयपुर) थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसे अंबामाता पुलिस पर हमले के मामले में शुक्रवार को वडोदरा से पेशी पर लाया गया था।