उदयपुर , सोमवार को राजस्थान विद्यापीठ एवं कुल कर्मचारी संघ द्वारा पूर्व में दिये गये ज्ञापन एवं विद्यापीठ की जमीनों की दलाली करने वाले कुल प्रमुख नागर को पद से बर्खास्त करने का आश्वासन देने के बावजूद भी कार्यवाही नहीं होने पर आज प्रातः 11.00 बजे विद्यापीठ के कार्यकर्ताओं ने कर्मचारी संघ के आह्वान पर कुल कार्यालय के बाहर प्रदर्शन एवं धरना दिया जिसमें सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। साथ ही श्री हीरालाल चौबीसा ने भ्रष्टाचार में लिप्त कुल प्रशासन के कुल प्रमुख प्रफुल्ल नागर को बर्खास्त करने एवं भंवरलाल गुर्जर को सेवानिवृति के पश्चात् पदमुक्त करने हेतु एवं व्यवस्थापिका भंग करने तक आमरण अनशन प्रारम्भ कर दिया है। इस बीच कुल प्रमुख को बर्खास्त करने की कार्यवाही असफल होने पर डॉ. हेमशंकर दाधीच ने अनवरत आमरण अनशन, धरना प्रदर्शन जारी रखने की घोषणा की है।
धरने में इनकी रही उपस्थिति –
कर्मचारी संघ के अध्यक्ष, सुभाष बोहरा, महामंत्री डॉ. हेमशंकर दाधीच , कर्मचारी नेता श्री रियाज हुसैन, कौशल नागदा, डॉ. दिलीप सिंह चौहान, धर्मेन्द्र राजौरा, डॉ. बलिदान जैन, अध्यापक परिषद् अध्यक्ष डॉ. एस.के.मिश्रा, डॉ. सी.पी अग्रवाल, डॉ. संजीव राजपूरोहित, डॉ. हेमेन्द्र चौधरी आदि उपस्थित थे।
इनका मिला समर्थन –
मुख्य रूप से पूर्व छात्र एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ. पंकज चौधरी ने इस आंदोलन मे सम्मिलित होते हुए अपना पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है।
तीनों केम्पस रहे बंद –
विद्यापीठ के तीनों केम्पस, केन्द्रीय यूनिट, पंचायतन यूनिट, डबोक एवं सरस्वती यूनिट, माश्रम, उदयपुर पूर्ण रूप बंद रहें एवं सभी परीक्षाऐं स्थिगित की गई।
हीरालाल चौबीसा के आमरण अनशन पर बैठने के बाद उनके साथ निम्न कार्यकर्ता क्रमिक अनशन पर बैठे-
भगवती लाल सोनी, खेमराज माली, विजय कुमार, महेन्द्र कुमार , ललित ,रमेश चन्द्र आदि।