रोपवे टूटने की जानकारी पर उच्चाधिकारी पहुंचे मौके पर, ली राहत की सांस
सबसे अंत में पहुंचा सार्वजनिक निर्माण विभाग का दस्ता
उदयपुर। दूधतलाई से करणीमाता की ओर जाने के लिए लगी रोपवे के टूटने और ट्रोली में बैठै चार लोगों के घायल होने की सूचना पर हडकम्प मच गया। मौके पर एक के बाद एक सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी पहुंच गए। जहां पर मोक ड्रिल देखकर सभी ने राहत की सांस ली। हालांकि इस मोक ड्रिल में सबसे अंत में सार्वजनिक निर्माण विभाग का मैकेनिकल दस्ता पहुंचा था।
सूत्रों के अनुसार शाम को ६.३५ बजे पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी गई कि दूधतलाई पर स्थित रोपवे की ट्रोली जो करणीमाता मंदिर की ओर गई थी। जहां से वापस रवाना होते समय अचानक ट्रोली का रस्सा टूट गया और ट्रोली नीचे गिर पडी। जिससे ट्रोली में सवार चार लोग बेहद ही घायल हो गए। कंट्रोल रूम की ओर से इस तरह की सूचना संबंधित थाने और सभी पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलते ही हडकम्प मच गया तथा तत्काल पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके के लिए रवाना हो गए। सबसे पहले मौके पर घंटाघर थानाधिकारी हरेन्द्रसिंह मय जाब्ते के पहुंचे। इनके ठीक बाद जिला कलेक्टर हेमंत कुमार गेरा और जिला पुलिस अधीक्षक आलोक वशिष्ठ भी पहुंच गए। सूचना मिलते ही मौके पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर यासीन एम. पठान भी पहुंचे। इसके बाद कंट्रोल रूम से भारी जाब्ता, शाम को करीब ७.२२ बजे १०८, ७.२३ बजे क्रेन, ७.२७ बजे फायर बिग्रेड, ७.४५ बजे सार्वजनिक निर्माण विभाग का मैकेनिकल दस्ता पहुंचा। मौके पर जाते ही जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित सभी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने अन्य ट्रोली में बैठकर करणी माता मंदिर पहुंचे। जहां पर जाकर मौका-मुआयना किया। अधिकारियों ने इसे मात्र एक मोक ड्रिल देखकर राहत की सांस ली। इधर दूधतलाई की ओर से भारी मात्रा में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों का जाब्ता जाते हुए देखकर मौके पर काफी संख्या में क्षेत्रवासी भी एकत्रित हो गए। क्षेत्रवासियों में भी जब ट्रोली के टूटने की जानकारी मिली वह भी हैरान रह गए। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से की जा रही राहत कार्यवाही को देखने में उत्सुकता बनी रही। बाद में जब लोगों को पता चला कि यह मात्र एक मोक ड्रिल है तो मौके पर एकत्रित लोगों ने भी राहत की सांस ली।