उदयपुर। अल्लाह की बेशकीमती नेअमतों से सरफराज पवित्र माह रमज़ानुल-मुबारक का पहला रोज़ा आज से शुरू हो गया। बुधवार को सूर्यास्त के कुछ देर बाद जैसे ही चांद नजर आया, लोगों ने एक-दूसरे को माहे रमजान की मुबारकबाद दी।
शहर के अकीदतमंद मुसलमानों ने बाद नमाजे-इशा बीस रकअत विशेष ‘नमाजे -तरावीहÓ अदा कर पहले रोजे की नीयत की। तरावीह में बीस रकअत नमाज अदा की जाती है। इस्लामी कैलेंडर के नौंवें महीने रमज़ानुल- मुबारक का चांद दिखाई देने के साथ ही रोजों का आगाज हो गया। शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों खासकर मुखर्जी चौक, पलटन की मस्जिद, हाथीपोल, सिलावट वाडी, खांजी पीर, मल्लाह तलाई , सज्जन नगर, सवीना में देर रात तक माहे- रमजान की रौनक और चहल पहल नजर आई। आज सुबह सेहरी के वक्त से ही महिलाओं, युवाओं और बच्चों में पहला रोज़ा रखने का भरपूर जोश दिखाई दिया।
सेहरी से इफ्तार तक रोज़े में इबादत
माहे रमजान के पहले रोजे से ही सेहरी के वक्त मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में चहल पहल शुरू हो गयी थी और मस्जिदों में सेहरी के वक्त का एलान होना शुरू हो गया था। सेहरी सूर्योदय से पहले की जाती है, जिसमें लोग कुछ खा-सकते हैं। उसके बाद रोजा शुरू हो जाता है। शाम को सूर्यास्त के बाद इफ्तार से रोजा खोला जाता है। इस बीच रोजेदारों का दिन नमाज, इबादत और कुरआन शरीफ की तिलावत में गुजरता है।
घरों में रोजे के महीने की तैयारियां
इस बीच गृहिणियों ने रोजा इफ्तार की तैयारियां शुरू कर दी। शहर की मस्जिदों में हाफिज मुकर्रर किए गए हैं। हाफिज को कुरआन शरीफ कंठस्थ होता है और तरावीह की नमाज के दौरान कुरआन शरीफ के पारे पढ़ते हैं। बाजार में दिन भर रोजे के महीने के लिए खरीदारी करने को महिलाओं की भीड़ नजर आई। उन्होंने सेहरी के लिए खरीदारी की।
मस्जिदों-दरगाहों पर विद्युत सज्जा
रमजान माह की खुशी में शहर की विभिन्न मस्जिदों व दरगाहों पर विद्युत सज्जा की गई है। रमजान के आमद की खुशी में इन्हें खूब सजाया-संवारा गया है।
मुबारक मुबारक रमजान मुबारक
Date: