विभिन्न संगठनों ने प्रशासन व सरकार को ठहराया दोषी
अभी तक प्रशासनिक स्तर पर नहीं हुई है कार्यवाही
डूंगरपुर, जिला मुख्यालय पर मंगलवार को शिक्षा के नाम पर धर्मान्तरण करने के उदेश्य से ईसाई मिशनरी द्वारा तीन हॉस्टलों में नियमों को परे रखते हुए ३६६ बच्चों को रखा गया था। तथा इनमे सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं था। ऐसे में बाल कल्याण समिति के सदस्य द्वारा इस ओर जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया गया तथा समाज कल्याण अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, बाल संरक्षण समिति के नेतृत्व में छापामार कार्यवाही की गई जिसमे अध्ययनरत ६ से १४ वर्ष के बालक बालिकाएं संभाग के उदयपुर,बांसवाडा व प्रतापगढ जिले के पाये गये। जहां पर उनको रखा गया था वहां पर सुविधाओं का अभाव था। इसके अलावा माता-पिता की सहमति के बिना इन्हें सरकारी स्कूलों में भी दाखिला दिलाने का मामला सामने आया। लेकिन इस संबंध में सारी रिपोर्टे इन अधिकारियों द्वारा जिला प्रशासन को सुपुर्द कर दी है। लेकिन अभी तक इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया है। और ना ही उनके संचालकों से अभी तक जवाब तलब किया जा रहा है। हालांकि इस समाचार के पश्चात कई संगठन व राजनैतिक दल चेत गये तथा उन्होने इस मामले में कार्यवाही करने को लेकर ज्ञापन देना प्रारंभ कर दिया है इसी के तहत भाजपा व एसएफआई ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। इस मामले को लेकर गुप्तचर विभाग भी सक्रिय हो गये। और उन्होने जिला मुख्यालय पर चल रहे इस गौरखधंधे की रिपोर्ट राज्य व केन्द्र सरकार को भेज दी है। इधर स्टूडेन्ट्स फैडरेशन ऑफ इण्डिया ने जिले एवं राज्य भर में अवैध हॉस्टल संचालन के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया हैं।
जिला कमेटी के प्रदेश संयुक्त सचिव व जिला महासचिव भूपेश कटारा ने बताया कि जिले एवं राज्य में अवैध हॉस्टल व कई स्कूल संचालित हो रहे है। इन सब के लिए राज्य सरकार की शिक्षा का निजीकरण, व्यवसायिकरण की नीतियां जिम्मेदार है। साथ ही बताया कि पूर्व भाजपा सरकार के शासनकाल में निजी शिक्षा का विधेयक लागू किया गया तथा वर्तमान कांग्रेस सरकार द्वारा उसी की निजीकरण की प्रतियोगिता में उतरकर भाजपा के शासन काल का रिकार्ड तोड आज राज्य भर में ४९ निजी विश्वविद्यालय खोल दिये। यही नहीं अब राज्य सरकार सार्वजनिक शिक्षा का ताना-बाना बेचने पर आमदा है। इसी के चलते जिले में ऐसे अवैध विद्यालय व हॉस्टल संचालित है। एसएफआई ने राज्य सरकार से मांग की है कि यदि शीघ्रताशीघ्र ही इस तरह की गलत नीतियों को नहीं रोका गया तो इसके लिए आन्दोलन किया जायेगा।
अवैध होस्टल संचालन पर भाजपा की भत्र्सना:-भाजपा जिला इकाई डूंगरपुर ने अवैध हॉस्टल संचालन तथा शिक्षा की आड में हो रहे धर्मान्तरण पर कडा विरोध जताते हुए इस कृत्य की भत्र्सना व्यक्त की है। वही दूसरी ओर भाजपा जिलाध्यक्ष गजेन्द्रसिंह चौहान,महामंत्री सुशील कटारा व प्रभु पण्डया ने कहा कि अबोध बालक बालिकाओं को इस तरह रखना निश्चित ही चिंता का विषय है। साथ ही उन्होंने कहा कि ईसाई मिशनरी द्वारा धर्मान्तरण करवा किशोर बालक बालिकाओं को एक साथ रखना, होस्टल में मूलभुत सुविधा का अभाव होना,दयनीय हालत मिशनरी का एक षडयंत्र हैं। इस तरह के कृत्य को रोकने के लिए भाजपा पीछे नहीं हटेगी। बालकों के साथ हो रहे इस अन्याय व धर्मान्तरण के विरोध में शीघ्र ही एक उच्च स्तरीय जांच तथा इस कृत्य में लिप्त लोगों के विरूद्व कार्यवाही की गुहार की है।