रिपोर्ट- नेहा राज
अमरीका में एक नई किताब आई है जिसका नाम है ‘चिक्स विद गन्स’. इसमें फ़ोटोग्राफ़ी के ज़रिए महिलाओं और हथियारों के बीच के रिश्ते को टटोलने की कोशिश की गई है.
ये तस्वीर मोंटाना में रहने वाली रेचल की है जिन्होंने अपने पिता और बहनों के साथ शिकार करना सीखा.
टेक्सस की जेनीवाईवी अपने पति से क्ले पीजन शूटिग पार्टी में पहली बार मिली थीं. उसी दिन से उन्हें शिकार का शौक हुआ. इस तस्वीर में उनके हाथ में एक पुश्तैनी पिस्तौल है. ये पिस्तौल उनके पिता ने उन्हें शादी पर दी थी.
इस किताब में फ़ोटोग्राफ़र लिंडसे मैक्क्रम का मकस्द है कि हथियार रखने और चलाने के महिलाओं के हक़ को कलात्मक तरीके से दिखाना.
अमरीका में कम से कम दो करोड़ महिलाओं के पास बंदूकें हैं. ये तस्वीर कैलिफ़ोर्निया की ग्रेटा की है जिनके पास इंग्लिश फ़ोरसिथ सिस्टम सेंट बॉटल पिस्टल, सीए.1820 है.
साउथ कैरोलिना की ली विश्व के कई हिस्सों में जाकर शिकार कर चुकी हैं.
चिक्स विथ गन्स किताब में जिन महिलाओं को दिखाया गया है वो अमरीका के विभिन्न हिस्सों में रहती हैं, समाज के अलग अलग तबकों से हैं और कई तरह की शिकार गतिविधियों में हिस्सा लेती हैं. ये तस्वीर जॉर्जिया की रुथ की है.
कनेक्टिकट की सीथिया फ़ील्ड हंटिग करती हैं. वे कहती हैं कि शिकार करते समय जोश बहुत ज़्यादा होता है, आपका ध्यान केवल निशाने पर होता है, आप बिल्कुल एकाग्र हो जाते हैं.
किताब में दिखाईं गई महिलाएँ खिलाड़ी, शिकारी और निशानेबाज़ हैं. कुछ अपने कामकाज के लिए हथियारों का इस्तेमाल करती हैं तो कुछ आत्मरक्षा के लिए. ये तस्वीर ह्यूस्टन से कॉटर्नी की है.
मिनेसोटा की अनीता एक पुलिसकर्मी हैं. वे बताती हैं कि जब उन्होंने पहली बार बंदूक पकड़ी तो वे युवावस्था पार कर चुकी थीं. उन्होंने बताया कि पहली दफ़ा बंदूक पकड़कर जिस ताकत का उन्हें एहसास हुआ वो अभूतपूर्व था
कैलिफ़ोर्निया की पैमला को शिकार करने का शौक तब लगा जब उनके पति एक दिन उन्हें अपने साथ ले गए. अब वे 35 साल से शिकार कर रही हैं, सफ़ारी क्लब इंटननेशनल ने उन्हें प्रतिष्ठित डायना अवार्ड से भी सम्मानित किया
photo – लिंडसे मैक्क्रम.