सोशल नेवटर्किंग वेबसाइट फेसबुक ने लोगों को आत्महत्या से बचाने के लिए एक नया प्रयास किया है। फेसबुक ने अपनी साइट पर ऐसा एप्लीकेशन लांच किया है जिसके जरिए लोग काउंसलर से ऑनलाइन चैट कर मदद ले सकेंगे।
ऐसे कई मामले आए हैं जिनमें आत्महत्या करने वाले ने जान देने से पहले अपने विचार फेसबुक पर शेयर किए। अपनी नई व्यवस्था के तहत फेसबुक ऐसे विचार पोस्ट करने वाले लोगों को काउंसलर की सेवाएं उपलब्ध करवाएगा ताकि वो चैट के जरिए अपनी परेशानी साझा कर सकें और उनकी जान बच सके। फेसबुक के प्रवक्ता फ्रेडरिक वोलन्स का कहना है कि अब हर कंटेट संबंधी रिपोर्ट के साथ एक विकल्प दिया जा रहा है जिस पर क्लिक करते ही कंपनी को यह पता चलेगा कि सामग्री लिखने वाला आत्महत्या के विचार रखता है।
फेसबुक के अनुसार किसी के आत्महत्या संबंधी विचार रखने की जानकारी मिलने पर ऐसे व्यक्तियों को एक लिंक भेजे जाएगा जिसके जरिए पोस्ट आत्महत्या के बारे में विचार कर रहा व्यक्ति निजी तौर पर काउंसलर से बात कर पाएगा। इस नई व्यवस्था के ज़रिए उन लोगों को मदद मिल सकेगी जो परेशानी में हैं और सीधे काउंसलर को फोन करने में भी डरते हैं। फेसबुक प्रवक्ता के मुताबिक वेबसाइट इस व्यवस्था को लागू करने के लिए लंबे समय से काम कर रहा था।
जब कोई व्यक्ति अपने किसी फेसबुक मित्र के व्यवहार के बारे में फेसबुक को जानकारी देगा तो उस व्यक्ति को भी व्यक्ति को भी संदेश भेजा जाएगा कि समस्या को सुलझाने की दिशा में क्या क़दम उठाए गए हैं। फेसबुक से दुनियाभर में करोड़ों लोग जुड़े हैं और ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब आत्महत्या करने वाले व्यक्ति ने अपनी मौत से फेसबुक पर इस संबंध में विचार व्यक्त किए थे।
हालांकि आत्महत्या के व्यवहार पर रिपोर्ट करने के बाद दी जाने वाली सुविधाएं फिलहाल सिर्फ अमरीका और कनाडा में ही उपलब्ध होंगी। अमरीका में हर दिन 100 लोग आत्महत्या करते हैं। एक सर्वे के मुताबिक 18 वर्ष से अधिक की उम्र के करीब 80 लाख अमरीकियों ने पिछले साल आत्महत्या के बारे में सोचा ज़रुर था।