उदयपुर, वसुंधरा सरकार में पेराफेरी के गांवों के प्रतिनिधि के रूप में न्यासी रहे भाजपा देहात जिला के महामंत्री चन्द्रगुप्त सिंह चौहान ने वर्तमान नगर विकास प्रन्यसा बोर्ड पर ६२ पेराफेरी गांवों की सुध नहीं लेने का आरोप लगाते हुए नगर विकास प्रन्यसा के अध्यक्ष रूपकुमार खुराना को फतहसागर की पाल छोडकर ६२ गांवों में भ्रमण करने का सुझाव दिया है।
पूर्व न्यासी चौहान ने बताया कि भाजपा के बोर्ड ने समस्त पेराफेरी के गांवों में सडक डामरीकरण, सामुदायिक भवन, श्मशान ग्रह, टवेल स्टेडियम, रोड लाईटस इत्यादि विकास के मद में ५० करोड रूप्ये से अधिक खर्च किये जबकि वर्तमान बोर्ड ने पेराफेरी के गांवों मे विकास कार्यों की अनदेखी कर दी है। पूर्व बोर्ड के निर्माण कार्यों की मरम्मत नहीं की जा रही है। पेराफेरी गांवों में किसानों को बापी पट्टे जारी नहीं किये जा रहे है तथा ग्राम पंचायतों के अधिकारों पर नगर विकास प्रन्यास अतिक्रमण कर रहा है।
चौहान ने बताया कि गत बोर्ड ने उदय सागर विकास की सम्पूर्ण योजना तैयार की थी जिसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया है। यूआईटी पेरापे*री के गांवों में जमीने बेचकर करो$डो रूपया राजस्व हासिल कर रही है पर विकास व्यय शून्य है। ऐसे में प्रस्तावित नये गांवों को पेरापे*री में शामिल करने का कोई औचित्य नहीं है। भाजपा ने शीघ्र पेरापे*री गांवों की सुध नहीं लेने की स्थिति में व्यापक आंदोलन की चेतावनी दी है।