ACB की कार्यवाही में आयकर अधिकारी को १.५ लाख की रिशवत लेते पकड़ा
उदयपुर चाहे किसी भले आदमी का दिवाला निकल जाए , लेकिन हमारी दिवाली धन धान से परीपूर्ण , खुश हाल और रंगीन होनी चाहिए फिर चाहे वो धन रिश्वत का , का ही क्यों न हो , और जिसको रिश्वत के लिए मजबूर किया जा रहा हे उसने कितनी मुश्किलों से क्यों न ये पैसा दिया हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता बस हमारी दिवाली रंगीन होनी चाहिए , कुछ सा ही सोच के , एक आयकर अधिकारी ने , एक लेंड डेवलपर से 5 लाख की रिश्वत माग ली लेकिन भर्ष्टाचार निरोधक की टीम ने अपनी कुशलता का परिचय देते हुए उसे धर दबोचा ,
18 तारीख को ACB की टीम ने एक आयकर निरीक्षक “महेश ढाका ” को प्रोपर्टी डेवलपर से रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ा ,
ए.एस.पी. राजेन्द्र गोयल ने बताया की परिवादी मुकेश सोनी प्रोपर्टी डीलिंग और लेंड डेवलपर का काम करता हे , इस के पास पिछले दिनों आयकर विभाग से आयकर निरीक्षक महेशा ढाका का फोन आया और इसे कहा के आपके खिलाफ आयकर विभाग में शिकायत हे इसलिए आप अपने कारोबार के सारे कागजात लेकर आयकर ऑफिस आजाओ , परिवादी मुकेश सोनी अपने कागजात लेकर 14 तारीख को आयकर विभाग में उक्त अधिकारी से मिलने गया और अपने कारोबार और इनकम टेक्स रिटर्न के प्रमाण भी बताये , महेशा ढाका ने उनके पेपर देख के कहा की इसमें काफी अनियमितताएं हे इसलिए आप पर कार्यवाही की जा सकती हे , परिवादी के कहने पर की आज तक उसने सारा काम साफ़ सुथरा किया हे , आयकर का कोई बकाया नहीं हे , लेकिन निरीक्षक नहीं माने और कार्यवाही की धमकी देने लगे , और कहा की अगर मामला निपटाना चाहते हो तो 5 लाख रूपये की रिश्वत देनी पड़ेगी , परिवादी के काफी कहने पर की इतना रुपया उसके पास नहीं हे , तब भी 5 लाख से कम में बात नहीं बनी , तब परिवादी ने अपने एक परिचित को उस रिश्वत खाने वाले अधिकारी के पास भेजा , परिचित ने आकर बताया की ढाई लाख में वो मान गया हे , लेकिन परिवादी मुकेष सोनी के पास ढाई लाख रूपये भी नहीं थे , तब परिवादी भर्ष्टाचार कार्यालय आया और निरीक्षक की शिकायत की , ए एस.पी. गोयल ने तुरंत कार्यवाही करते हुए उक्त आयकर निरीक्षक से बात करने को कहा और रेकॉर्डिंग की ,. आखिर आयकर निरीक्षक डेड लाख पे अटक गया की इससे कम नहीं हो सकते , मेने mere अफसर से भी बात की हे वो इससे कम में नहीं मान रहे हे , मुकेश सोनी को पेसे लेकर शाम को भंडारी हॉस्पिटल भूपालपुरा आने को कहा ,
परिवादी ने दिन भर दोड़ धाम कर के 90 हजार ही जुटा पाया , इससे ज्यादा उसके पास इंतजाम नहीं हो सका , तब भर्ष्टाचार अधिकारियो ने निर्णय लिया की इतनी ही राशी बण्डल में बना के देदेना ,
परिवादी मुकेश सोनी निरीक्षक के बताये स्थान पर जा कर उसकी कार में उसको पैसों का बण्डल देदिया , देने के बाद आयकर निरीक्षक ने कहा की अब डरने की जरूरत नहीं हे बिफिकर होकर काम कर सकते हो , इसी बिच ACB की टीम इशारा पाकर आयकर निरीक्षक को रंन्गे हाथो धर दबोचा ,
गिरफ्तार करने के बाद महेश ढाका के घर की तलाशी के दोरान एक लाख तरेसठ हज़ार रूपये केश और 4 बेंको के खाते मिले जिनकी जांच जारि हे ,
शाम को कोर्ट में पेश करने के बाद निरीक्षक को कोर्ट ने न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया
ए.एस पी. गोयल ने कहा की आगे हमारी कार्यवाही जारी हे , और अगर इसमें और कोई भी उच्च अधिकारी लिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जायेगी , ए.एस.पी. गोयल से पूछने पर की अगर परिवादी को भविष्य में आयकर के मामले को लेकर दुश्मनी के हिसाब से . इस पर कोई कार्यवाही की गयी तो ,
तो इस पर गोयल ने कहा की डरने की जरूरत नहीं हे और अगर परिवादी के साथ एसा हुआ तो भी हम उचित कार्यवाही करेगे ,