उदयपुर , रहमतो और इबादतों का महिना रमजान के अलविदा होने के साथ आज उदयपुर संभाग में में ईद बहुत ख़ुशी और अकीदत के साथ मनाई गयी , सभी मस्जिदों में ईद की नमाज़ अदा की गयी ,
मंगलवार को आसमान में बादल होने की वजह से उदयपुर में चाँद नहीं दिखा लेकिन शहर से चालीस किलोमीटर दूर मावली में चाँद दिखने की खबर आई और मुस्लिम सरियत के हिसाब से अगर आस पास के गांवो या शेहरो में चाँद दीखता हे और इस की तस्दीक (गवाही ) हो जाती हे तो ईद मना ली जाती हे इसीलिए मावली से चाँद की तस्दीक आने के बाद शहर में एलान किया गया की ईद बुधवार को मनाई ही जाएगी , एलान के साथ ही शहर के मुस्लिम में ख़ुशी की लहर दोड़ गयी , क्यों के ईद रोज्दारो के लिए खुदा का वोह तोहफा हे जो 30 दिन के रोज़े रखने और खुदा की इबादत के बाद बन्दों को मिलता हे और ,
इस दिन हर दिल नफरत से दूर मोहब्बत से भरपूर रहता हे , हर कोई अपने गिलेशिकवे सब दूर कर इस दिन दिल से गले मीलता हे , और ये नज़ारा देश के हर कोने में ईद की चांदरात से देखा जा सकता हे , एसा ही नजारा हमारे उदयपुर में और पुरे सम्भाग में चाँद दिखने की खबर के साथ चलता रहा , संभाग की हर मस्जिद उदयपुर , डूंगरपुर , बांसवाडा , चित्तोड़ में ईद की नमाज़ सुबह 8.30 से 9 .30 के बिच हुई , सुबह सब मुस्लिम भाई अपने घरो से शीर खुरमा खा के ईद की नमाज़ के लिए निकले , ईद की नमाज़ के बाद सबने एक दुसरे को गले मीलके ईद की मुबारकबाद दी दिन भर बच्चे बूढ़े जवान हर चेहरे पे ईद की ख़ुशी चमकती रही ,गरीबो और मजलूमों को दिल खोल के जकात और खेरात बांटी गयी , मुस्लिम बस्तियों में मेले सा माहोल रहा बच्चे नए नए कपडे पहन के अपने बड़ो से ईदी ले के अपनी पसंदीदा चीजे खरीदते नज़र आये तो महिलाओं ने एक दुसरे के घर जा कर ईद की मुबारकबाद दी, हिन्दू भाइयो ने भी सभी मुस्लिम भाइयो को ईद की बधाई दी किसी ने गले मिलके तो किसी ने कॉल कर के तो किसी ने एस.एम्.एस. के जरिये अपने मुस्लिम भाइयो को मुबारकबाद दी ,
शाम को कब्रस्तान जा कर अपने बुजुर्गो को भी याद किया गया ,
उदयपुर वासियों के लिए ये ईद दुगुनी ख़ुशी लेके आई क्यों की शहर की जान पिछोला छलक गयी और खूबसूरती की मिसाल फतहसागर झील लबालब हे और छलकने को तैयार हे शाम होते ही दोनों झीलों पर मेले सा माहोल रहा हर कोई अपनी इस झील को देखने के लिए उत्साहित रहा लगा मनो कुदरत की तरफ से ईद का ये तोहफा मिला हो