प्रशासन उदासीन
उदयपुर, हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए झीलो के आस पास होटल व्यवसाईयों का निर्माण जारी है।
उल्लेखनीय है कि विगत २४ फरवरी को राजस्थान उच्च न्यायालय मुख्य न्यायाधीश अरूण मिश्रा एवं न्यायाधीश कैलाशचन्द्र जोशी की खण्डपीठ ने राजेन्द्र कुमार राजदान बनाम मुख्य सचिव राजस्थान सरकार मामले की सुनवाई करते हुए उदयपुर की फतेहसागर व उदयसागर झीलों के चारों ओर ’नो कंस्ट्रक्शन जोन’ जारी रखने के आदेश दिए है। उच्च न्यायालय ने पिछली सुनवाई में झीलों के चारों ओर नो कंस्ट्रक्शन जोन में हो रहे अवैध निर्माणों पर प्रभावी रोक नहीं लगाने पर संभागीय आयुक्त एवं जिला कलेक्टर सहित अधिकारियों को नोटिस जारी किए थे। इसके उपरांत भी यहां कुछ रसूखदार होटल समूहों और राजघरानों के आगे अफसर बेबस है और खुलेआम हाईकोर्ट की आदेश की धज्जियां उडायी जा रही है। पिछोला झील किनारे सिटी पैलेस के फतह प्रकाश होटल के सामने अन्य कोटेजो का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण क्षेत्र में सफेद रंग के पर्दे बांध कर किया जा रहा है अनुमति की बात करे तो शहर के किसी अधिकारी को कुछ पता नहीं है कि कहां निर्माण हो रहा है। और अगर पता भी हो तो निर्माणकर्ता के कद और रूतबे के आगे कुछ बोल नहीं पा रहे है।
वहीं पिछोला के बीच एक पांच सितारा होटल ने छत पर पूरे दो बडे हॉल निर्माण करवा दिये ओर किसी को कानोकान खबर नहीं लगी । इसी प्रकार स्वरूप सागर किनारे वोलकेम इण्डिया के पुराने कार्यालय परिसर में निर्माण कार्य चल रहा है वहीं इसी निर्माण से कुछ दूर होटल पहाडी पैलेस के पास भी एक बहुमंजिला इमारत का निर्माण जोरों से चल रहा है। पांच सितारा होटल और राजघरानों के रूतबे के चलते इन निर्माणों पर जिला प्रशासन की जानकारी में होते हुए भी कोई कार्यवाहीं नहीं की जाती है। पिछले कई महिनों से नगर परिषद ने समिति बनाईहै की शहर में कोई निर्माण बिना अनुमति ओर झील परिधी क्षेत्र में न हो । परिषद के अधिकारियों ने कई मकान प्रतिष्ठानों पर कार्यवाही करके निर्माण बंद करवाए कहीं भवन सिज कर दिये लेकिन राजमहल तक जाने की नगर परिषद के किसी अधिकारी की हिम्मत नहीं हुई और अभी भी खुलेआम हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना की जा रही है और जिला प्रशासन के सभी विभाग चुप है।
इनका कहना है:
’’ उच्च न्यायालय के आदेशानुसार संबंधित विभागों को पत्र लिखकर जानकारी दे दी गई थी। अब उनका दायित्व है कि वे इन निर्माणों के विरूद्घ कार्यवाही करें।’’
– हेमंत गेरा, जिला कलक्टर
पूर्व में एक बार प*ोटोग्राप*ी करवाई थी। अभी मेरी जानकारी में ऐसे निर्माण नहीं है। मैं जानकारी करवाता हूं।
– आयुत्त*, नगर परिषद