उदयपुर ,प्रख्यात पंजाबी गायिका और बॉलीवुड की पाश्र्व गायिका डा. जसपिंदर नरूला की आवाज सुनने को लिए मानो पूरा उदयपुर ही परिषद् प्रांगण में चला आया हो। डा. जसपिंदर नरूला ने न ·ेवल बॉलीवुड में संगीत दिया है बल्की उन्होंने ·ई धार्मि· संगीत के साथ ही कई स्रोत व भजन भी गाए हैं। ईश्वर में विश्वास रखने वाली नरूला ने माता की भेंटे, शबद, दोहे, नाते व कई जागरण गाए है। सुफीया गानों को पंसद करने वाली नरूला ने हिन्दुस्तान शास्त्रीय संगीत में पीएचडी भी कर रखी है। भाग्य को प्रधान मानने वाली जसपिंदर ने शहरवासियों को देर रात तक बांधे रखा। मूलत: दिल्ली की रहने वाली नरूला 37 वर्षों से गाती चली आ रही है और शीघ्र ही वे मीरा के द्वारा गाए गानों को ए· नए अंदाज में प्रस्तुत करने वाली है और उनके इस कार्य में उनके साथ युवाओं की टीम लगी हुई है।
फिल्म विरासत का ‘तारे हैं बाराती…’ व प्यार तो होना ही था का टाईटल सोग ‘प्यार तो होना ही था…’ गानों की प्रसिद्ध के बाद उन्होंने देश में अपने गानों से तहलका सा मचा दिया। नरूला को अब तक प्रसिद्ध हुए गानों की लिस्ट काफी लंबी है। इस प्रसिद्ध गायिका ने द हीरो का ‘दिल में है प्यार तेरा…’, संजीवनी का ‘निकम्मा कीया इस दिल ने…’, ’ जैसे कई फिल्मों के गानों गाकर युवाओं के दिलों पर अपनी छाप छोडी है। इसके अलावा उन्होनें मेरे रबा, तेर संग सहित कई एलबमों में भी गाने गाए है।
इंडियन आइडल 5 से पहचान बनाने वाले 20 वर्षीय स्वरूप खान आज ·िसी परिचय का मोहताज नहीं है। राजस्थान की माटी के इस लोकगायक ने इंडियन आइडल के टॉप 4 तक पहुंच अपनी गायिका का प्रदर्शन कीया।
दीपावली दशहरा मेला आयोजित डा. जसपींदर नरूला की पंजाबी नाईट में शहरवासी समय से पूर्व ही आ·र अपनी-अपनी जगह पर बैठ गए। संस्कृतिक संध्या की शुरूआत में सबसे पहले जयपुर से आए ट्विस्टर डांस ग्रुप ने ‘लैला मैं लैला केसी मैं लैला…’ व ‘दुनिया में लोगों को धोखा कभी हो जाता है…’ गाने पर डांस कर श्रोताओं को जोश से भर दिया। कार्यक्ररम की अगली कडी में संचालक आशा जैन ने जब इंडियन आईडल के प्रतिभागी स्वरूप खान को बुलाया तो पूरे पांडाल ने स्वागत कीया। स्वरूप ने मंच आते ही दर्शको को खमा घणी कर लोगों का दिल ही जीत लिया। उन्होंने सबसे पहले केसरिया बालम पधारो म्हारा देश… जब गाया तो हर एक उनके स्वर में स्वर मिलाने लग गया। अपनी इस प्रस्तुति के बाद उन्होंने श्रोताओं को अपनी राजस्थान की संस्·ृति का अहसास कर दिया। इसके बाद तो उन्होंने बालीवुड के कई गानों को गाकर श्रोताओं को अपना दीवाना सा बना दिया। ‘मैं यमला पगला दिवाना ओ रबा इतनी से बात ना जाना…’ गाकर युव·-युवतियों को थिरकरने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने पॉप और हो· की थीम पर ‘केसे बताएं क्यो तुमको चाहें…’, आसपास है खुदा…, ·ब से उनको ढूंढता हूं…, जी करदा…, दमादम मस्त ·लंदर…, छाप तिल·…, बिजुरिया बिजुरिया… जैसे गानों को गाकर संस्कृतिक संध्या में चार चांद लगा दिए।
खचाखच भरे प्रांगण में कार्यक्रम के दूसरे दौर में म्यूजिक डायरेक्टर व कई फिल्मों व एलबमों में संगीत दे चुके मिकी नरूला जब स्टेज पर आए तो हर और सिटियों व तालियों की गूंज सुनाई दे रही थी। उन्होंने मंच पर आते ही सबसे पहले ‘बचना हे हसिनों लो मैं आ गया…’ सुनाया। इस·के बाद उन्होंने ‘देखा न हाय रे सोचा न हाय रे…’,आदि गाने गा कर रोमांचित कर दिया
मिकी की प्रस्तुति के बाद जब डा. जसपींदर नरूला मंच पर आई लोगों ने बड़ी गर्मजोशी से उनका स्वागत करते हुए करतल ध्वनी से माहौला को जोशिला बना दिया। मंच पर आकर सबसे पहले उन्होंने उदयपुर शहरवासियों को नमन करते हुए गणपति वंदना की। इसके बाद उन्होंने स्टेज पर जब ‘दमादम मस्त ·लंदर…’, ‘हम मिले तुम मिले दिल मिले जाने जा…’ के बाद जब उन्होंने पंजाबी गीत ‘मुंडा तु है पंजाबी सोना तेर विच दिल आ गया…’ गाया तो दर्श· दीर्घा में बैठे लोग भी उठ खडे होकर झुमने लगे। उन्होंने इस बाद पंजाबी व हिंदी फिल्मों के गाने गाए। उन्होंने हीरो फिल्म का गाना ‘मौत न आई तेरी याद क्यों आई लंबी जुदाई…’ की प्रस्तुति दी। जसपींदर के साथ इंडियन आईडल प्रतिभागी स्वरूप खान ने लोक गीत ‘पधारो म्हारे देस…’ की अनूठी जुगल बंदी के साथ पेश किया । उन्होनें कई फिल्मी गानों के साथ साथ सुफी व धार्मिक गाने गाकर देर रात तक समा बांधे रखा। डा. जसपिन्दर नरूला ने जब अंत में फिल्म प्यार तो होना ही था का टाईटल सोंग गाया तो युवक युवतियों झुम उठे।
भव्य आतिशबाजी :- समिति अध्यक्ष धनपाल स्वामी ने बताया की बुधवार को दीपावली के दिन परिषद् की ओर से नगर परिषद् प्रांगण में भव्य आतिशबाजी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। उन्होनं उदयपुर शहर को दीपावली कि अग्रिम बधाई देते हुए अधिक से अधिक संख्या में आतिशबाजी कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया ।