चिता पर महिला, पेड़ पर सांप

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udaipur आगरा। इसे पुनर्जन्म की कहानी कहें या लोगों का भ्रम। वृद्ध महिला की मौत पर एक सांप सामने आया। अंतिम संस्कार के समय ये चिता के पास पहुंचा और फिर अचानक पेड़ पर चढ़ गया। महिला की चिता की आग शांत होने तक पेड़ पर बैठा रहा। इसके बाद जितने मुंह उतनी बातें। इसमें सबसे ज्यादा यह कि सांप का महिला से पुनर्जन्म का रिश्ता है।
रामबाग के पास कटरा वजीर खां निवासी 85 वर्षीय रामवती दो माह से बीमार थीं। मंगलवार रात 11 बजे उनकी मौत हो गई। परिवार के लोगों के आने का इंतजार के बाद सुबह 11 बजे परिजन उनका अंतिम संस्कार करने शव को नर्सरी में पड़ी खाली जगह में ले गए। इस बीच एक सांप लोगों को दिखाई दिया, जो चिता के पास पहुंच गया। अचानक सांप को देख लोग सहमे। इसके बाद सांप तेजी से निकला और पेड़ पर पहुंच गया।
करीब 15 फुट ऊंचे पेड़ के फलक पर बैठकर वह चिता की ओर फन करके देखने लगा। लोगों ने सोचा कि चिता की आग तेज होने पर पेड़ पर चढ़ा सांप भाग जाएगा। मगर, ऐसा नहीं हुआ। चिता की आग तेज हुई और पेड़ के पत्ते झुलसने लगे। मगर, सांप फन ऊपर कर वहीं बैठा रहा। दोपहर डेढ़ बजे अंतिम संस्कार के बाद लोग तो घर लौट गए, लेकिन सांप वहीं बैठा रहा। शाम करीब छह बजे तक सांप को उसी पेड़ पर देखा गया। इस पर कहा जा रहा था कि 14 साल पहले रामवती के पति हरी सिंह की मौत हुई थी। उनका अंतिम संस्कार भी नर्सरी में किया गया था।
मृत महिला के परिजन भी सांप से रिश्ता जोडऩे लगे। वे सांप को 14 साल पहले मौत का शिकार हुए हरी सिंह का दूसरा जन्म बता रहे हैं।
बेटे बोले, कुछ तो है : रामवती के तीन बेटे हैं, जिनमें से सुभाष चंद्र कुशवाह सबसे बड़े हैं। नर्सरी संचालक सुभाष का कहना है कि जिस तरह सांप पेड़ पर बैठकर रात तक बैठा रहा। इससे लगता है कि कुछ रिश्ता तो है।

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