गीतांजलि इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने ५०० डॉलर का ईनाम जीता

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उदयपुर, राष्ट्रीय स्तर के टेक्सास इंस्ट्रमेन्ट्स इंडिया अनालोग डिजाईन कांटेस्ट २०११ में गीताजंलि तकनीकी संस्थान (गिट्स), डबोक के इलेक्ट्रोनिक्स विभाग के तीन मेधावी छात्रों प्राची जैन, नीरज ओज्ञा एवं अभिषेक शर्मा द्वारा बनाए गए प्रोजेक्ट ‘‘ओटोमेटिक नेचुरल गैस शट-ऑफ वाल्व सिस्टम युसिग एमएसपी ४३० माईक्रो कन्ट्रोलर‘‘ को ५०० डॉलर (२५००० रूपए) का पुरस्कार घोषित किया गया है। यह पुरस्कार राशि इन छात्रों को ६ अप्रैल को टेक्सास इन्स्ट्रुमेन्ट, बैंग्लोर में आयोजित होने वाले एक समारोह में प्रदान किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए छात्रों को इलेक्ट्रोनिक्स विभाग के लेक्चरार सौरभ पोरवाल ने निर्देशित किया था।

विभाग के सहायक आचार्य सौरभ पोरवाल ने प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह एक स्वत: नियंत्रित उपकरण है जो किसी भी प्रकार की गैस रिसाव होने (मुख्य रूप से घरेलु गैस) की परिस्थिति में उस रिसाव का तुरन्त पता लगाकर गैस के प्रवाह को रोकने में समर्थ है। साथ ही यह उपकरण गैस रिसाव व अन्य किसी स्त्रोत की वजह से लगी आग का पता लगाकर गैस के प्रवाह को बाधित करने में भी पूर्व सक्षम है। इस प्रोजेक्ट से पूर्व में हुई भोपाल गैस त्रासदी जैसे विनाशकारी विपदाओं से लोगों को बचाया जा सकेगा। यह अपने तरह का पहला उपकरण है जो गैस रिसाव का पता लगाने के साथ-साथ गैस वाल्व को भी नियंत्रित कर सकता है। यह उपकरण घरेलु उपयोग के साथ-साथ औद्योगिक संस्थानों में भी उपयोग किया जा सकता है। विजयी छात्रों ने बताया कि ‘‘हर साल घरेलु गैस व अन्य जहरीली गैस के कारण कई लोग अपने परिवार के सदस्यों को खो देते हैं। हमने इस प्रोजेक्ट को यही बात ध्यान में रखते हुए बनाया कि यह लोगों की मदद के साथ-साथ उनकी रक्षा भी कर सके तथा घरेलु स्तर पर भी इसे आसानी से उपयोग में लाया जा सके।‘‘

संस्थान के इलेक्ट्रोनिक्स विभाग के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष राजीव माथुर ने बताया कि यह प्रतियोगिता अंतर राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त इलेक्ट्रोनिक्स कंपनी ’’टेक्सास इंस्ट्रमेन्ट’’ के द्वारा प्रत्येक वर्ष ’’अनालोग डिजाईन कांटेस्ट २०११’’ के नाम से आयोजित की जाती है, जिसमें देशभर के इंजीनियरिंग कॉलेज भाग लेते हैं। वर्ष २०११ में आयोजित प्रतियोगिता में देशभर से ३४० प्रविष्टियां आईं थीं, जिनमें से मात्र १५६ टीमें ही पहले चरण में शामिल हों पाई। इसके अतिरिक्त राजस्थान के मात्र दो ही कॉलेज से गुणवत्ता के आधार पर यह प्राजेक्ट चयनित किए गए। इनमें से अधिकतर चयनित प्रोजेक्ट आईआईटी, एनआईटी जैसी प्रमुख संस्थाओं के छात्रों के हैं। इन १५६ टीमों में से मात्र २७ टीमें राष्ट्रीय स्तर पर दूसरे चरण में विजयी घोषित की गई। इस प्रोजेक्ट में काम आने वाले सारे इलेक्ट्रोनिक सामान टेक्सास इन्स्ट्रुमेन्ट के द्वारा नि:शुल्क उपलब्ध कराए गए हैं।

संस्थान के चेयरमेन जे.पी. अग्रवाल ने कहा की छात्रों की यह उपलब्धी हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा की छात्रों की इस उपलब्धि पर कॉलेज के अगामी वार्षिक समारोह में कॉलेज के तरफ से उन्हें विशेषरूप से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जाएगा।

 

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