रोगियों और उनके परिजनों के साथ मारपीट की घटना
रेजिडेंट डाक्टरों के खिलाफ जिला प्रशासन और हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने
उदयपुर , रेजिडेंट डाक्टरों के खिलाफ जिला प्रशासन और हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने पर क्षत्रिय महासभा ने सभी समाजों के साथ मिलकर उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है ।
क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष बालूसिंह कानावत ने आज प्रेसवार्ता के दोरान बताया की महारण भूपाल चिकित्सालय मेवाड संभाग का सबसे बडा चिकत्सालय है और यहां पर मेवाड ही नहीं आस पास के कई क्षेत्रों से मरीज इलाज करने आते है और इस हॉस्पिटल का माहोल पिछले कुछ वर्षों से रेजिडेंट डॉक्टर ने खराब कर रखा है आये दिन रोगियों और उनके परिजनों के साथ मारपीट की घटनाएं आम बात हो गयी है ऐसी ही दो घटनाएँ ८ जुलाई को भी हुई और हॉस्पिटल प्रशासन सारी बात जानते हुए भी चुप बैठा है । इन्ही घटनाओं को रोकने और इनकी पुनरावर्ती नहीं हो इसके लिए क्षत्रिय महा सभा द्वारा दोषी डॉक्टरों की गिरफ्तारी और निलंबन के लिए संघर्ष कर रहा है जिला प्रशासन, हॉस्पिटल प्रिंसिपल, संभागीय आयत्त* को ज्ञापन दिए जाचुके है लेकिन अभी तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इसलिए दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही हो, राजकार्य में बाधा का झूठा मुकदमा वापस लिया जाए था बिना जांच के इस झूठे मुकदमे को अग्रेषित करने वाले वार्ड प्रभारी एवं अस्पताल अधीक्षक डी. पि सिंह का निलंबन हो, तथा साइकल स्टेंड पर मारपीट करने वाले ठेकाकर्मी की गिरफ्तारी व ठेका निरस्त हो , उपरोक्त मांगों में अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गयी है इसीलिए क्षत्रिय महा सभा १७ जुलाई को सभी समाजों के साथ मिल कर जिला कलेक्ट्री पर उग्र आन्दोलन करेगा और इसके बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की गयी तो आन्दोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा