उदयपुर, न्यायालय में पेशी पर ले जाते समय कैदी ने कास्टेबल के साथ मारपीट की।
पुलिस सूत्रों के अनुसार सोमवार को स्थानीय जेल से पुलिस जाप्ता ५२ कैदियों को लेकर न्यायालय लेकर पहुचे। जहां दो जेलों में कैदियों को बन्द कर दिया गया। दोपहर में हिरणमगरी थानान्र्तगत लालमगरी निवासी विनोद उर्फ़ बकरी ने पास वाली जेल में जाने के की जिद की। कुछ देर बाद कास्टेबल ब्रायुद्दीन व मुकेश दोनों उसे पेशी पर ले जाने के लिए उसे बाहर लेकर आये। इस दौरान विनोद उर्फ़ बकरी ने ब्रायुद्दीन के साथ मारपीट की तथा वर्दी के बटन तोड दिये। इस पर उसे जेल में डालने पर बंदी ने बैरक की जाली एवं दिवार से सिर टकरा कर हंगामा किया। इस पर मोके पर मौजूद जाप्ता ने उसे शांत किया। कास्टेबल ब्रायुद्दीन ने विनोद उर्फ़ बकरी के खिलाफ भूपालपुरा थाने में राजकार्य में बाधा एवं मारपीट करने का प्रकरण दर्ज करवाया। विनोद उर्फ़ बकरी हिरणमगरी थाने का आदतन अपराधी है तथा दो वर्ष से वल जेल में बंद था। मारपीट के दोरान उसने कास्टेबल को जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।
इधर, विनोद उर्फ़ बकरी की मां कमला बाई ने न्यायलय परिसर में पुत्र के साथ मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर पुलिस महानिरीक्षक टी.सी. डामोर को ज्ञापन दिया। जिसमें कमला ने बताया कि पुत्र विनोद उर्फ़ बकरी ट्रक ड्राइवर के साथ मारपीट करने के मामले में बंद था। जिसकी जमानत होने वाली थी। सोमवार को पेशी पर लाते समय पुलिसकर्मी नारायण सिंह, सद्दाम व अन्य जवानों के साथ हुई कहासुनी के दौरान उसके साथ मारपीट कर जीप में डालकर ले गये।