उदयपुर, 16 दिसम्बर/ राज्यपाल शिवराज वी.पाटील ने चिकित्सकों, शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों एवं मीडिया जगत का आह्वान किया कि वे केंसर जैसी गंभीर बीमारी की प्रभावी रोकथाम के लिए अग्रणी शोध कार्यों को बढ़ावा देते हुए आम जनता को जागरूक करने के लिये प्रतिबद्ध हां।
राज्यपाल आज यहां उदयपुर के इन्दर रेजीडेंसी में आयोजित ट्रांसलेशनल केंसर रिसर्च की चौथी कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
श्री पाटील ने कहा कि केंसर रोग एक घातक रोग होने के बावजूद समय पर इलाज से निदान योग्य है। उन्होंने कहा कि भारतीय परिवेश में जीवन शैली में परिवर्तन कर इस घातक रोग से बचाव संभव है। उन्होंने कहा कि आम आदमी को केंसर जैसी गंभीर बीमारी के बारे में तब पता चलता है जब रोगी केंसर रोग के अंतिम दौर तक पहुंच जाता है। ऐसी स्थिति में इलेक्ट्रॉनिक व प्रिन्ट मीडिया को चाहिए कि वे आम जन चिकित्सकों व विशेषज्ञों से रोग के लक्षणों के बारे में जागरूक करें ताकि वे समय रहते इस रोग की पहचान कर इसका इलाज करवा सके।
उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के समाज के बीच स्वतंत्रा प्रवाह के लिए विशेषज्ञों को प्रोत्साहित करने की महती जरूरत है तभी विकास का वास्तविक लाभ हर वर्ग को मिल सकेगा।
इस सिम्पोजियम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार एवं हवन के साथ हुआ, जिसकी विद्वानों ने वैज्ञानिक व्याख्या भी की। सिम्पोजियम में देश-विदेश के 200 से अधिक प्रतिभागी शिरकत कर रहे हैं।
आरंभ में प्रो.उमन वी.उमन ने स्वागत भाषण दिया जबकि भरत अग्रवाल ने सिम्पोजियम का परिचय दिया। राजेश ग्रोवर ने महामहिम राज्यपाल का परिचय दिया। जबकि कपिल मेहता ने गत आयोजनों पर विस्तार से जानकारी दी। आभार वर्षा गांधी ने जताया।
समारोह में सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो.महिप भटनागर, प्रो.सेन पाठक, जिला कलक्टर हेमन्त गेरा सहित देश- विदेश के विषय विशेषज्ञ मौजूद थे।