उदयपुर, जहां देश और राज्य में जिस पार्टी का राज चल रहा है उसी पार्टी में उदयपुर शहर में आपसी फूट के चलते अब सडक पर आ गयी है। शहर कांग्रेस कार्यालय को पूर्व विधायक ने खाली करा कर उसके मालिक के सुपूर्द कर दिया। और खाली कराने ताले खोलने के दौरान शहर के दोनो कांग्रेसी गुटों में जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के दौरान पुलिस जाब्ता भी मौजुद रहा।
पिछले १५ सालो से चेटक पर शहर कांग्रेस का कार्यालय चल रहा था जो कि पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया के मित्र प्रमोद छापरवाल की निजी सम्पत्ति है। १५ वर्ष पूर्व पूर्व विधायक ने अपने चुनावी कार्यालय के रूप में अपने इस मित्र से लिया था। चुनाव के बाद विधायक ने कार्यालय खाली नहीं किया और बाद में शहर कांग्रेस कार्यालय के रूप में कार्य लेना शुरू कर दिया। पिछले काफी समय से प्रमोद छापरवाल कार्यालय को खाली करने का दबाव बना रहे है।
इधर कुछ दिनों पूर्व कार्यकारिणी भंग होने के बाद नीलिमा सुखाडिया विरोधी गुट को लगा कि कार्यालय भी हाथ से जाने वाला है तो विरोधी गुट ने कार्यालय पर ए व बी ब्लॉक का बोर्ड लगा दिया ओर ब्लाक की बैठक भी शुरू कर दी। इसको देख पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया ने भवन को उसके मालिक को सुपूर्द करने का निर्णय लिया ओर गुपचुप बैठक करी जिसमें वरिष्ठ कांग्रेसी ओर भवन मालिक को भी बुलाया व भवन सुपूर्द करने की बात कही। आज सुबह भवन सुपूर्द करने गये तो विरोधी गुट भी आ पहुंचा और दोनो गुट आमने सामने हो गए। कोई ताला खोलने पर अडा रहा तो कोई ताले पर लटक गया कि ताला नहीं खोलने देगें। और इसी स्थिति में घंटो तक हंगामा चलता रहा आखिर आपसी समझाईश्या से कमलनयन खण्डेलवाल के पास रखी चाबी से ताला खोला सभी अंदर गये ओर आगामी गांधी जयंति के बारे में चर्चा की। इस बीच पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया ने खड होकर इस कार्यालय को इसके असली मालिक के सुपूर्द करने की बात कहते हुए चोका दिया व कहा कि यह मेने अपने चुनावी कार्यालय के रूपमें यह लिया था अब इसको सुपूर्द करने का समय आ गया है। पूर्बिया ने उसी वक्त छापरवाल को कार्यालय की चाबी सुपूर्द की छापरवाल ने भी कार्यालय पर अपना ताला लगाया और चले गये। अब यह स्थिति है कि शहर कांग्रेस के पास अपना कोई कार्यालय नहीं हालांकि नीलिमा सुखाडिया ने कहा कि जब तक कार्यालय की व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक मिटींग मेरे घर पर होगी लेकिन विरोधी गुट इसके लिए तैयार नहीं।
नीलिमा विरोधी गुट के कमलनयन ने बताया की षडयंत्रपूर्वक कांग्रेस कार्यालय खाली कराने के विरोध में धरने का आव्हान किया है जिसमें निलिमा सुखाडिया और त्रिलोक पूर्बिया को कांग्रेस से बर्खास्त करने की मांग करेंगे धरना देहली गेट पर रहेगा ।